अमेरिकी कैद से रिहा पांच बंदियों को तालिबान ने दी अहम जिम्मेदारी
तालिबान के एक अन्य सदस्य ने बताया कि संगठन के सरगना हैबतुल्ला के आदेश पर इनकी नियुक्ति की गई है।
काबुल, आइएएनएस/एपी। तालिबान ने अमेरिका की कैद से रिहा हुए अपने पांच सदस्यों को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। आतंकी संगठन ने उन्हें कतर स्थित अपने सियासी दफ्तर में तैनात किया है। अफगानिस्तान में शांति के लिए होने वाली वार्ता में इनकी अहम भूमिका होगी। पांचों आतंकियों को अमेरिकी सेना की ग्वांतानामो बे जेल से साल 2015 में रिहा किया गया था। उनकी रिहाई अमेरिकी सेना के सार्जेट बोवे बर्गदहल के बदले की गई थी। तालिबान ने बोवे को 2009 में बंधक बना लिया था।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार को कहा, 'मुल्ला मुहम्मद फजल मजलूम, मुल्ला नूरुल्ला नूरी, मुल्ला अब्दुल हक वासिक, मुल्ला खैरुल्ला खैरख्वा और मौलवी मुहम्मद नबी उमरी को कतर के सियासी दफ्तर में नियुक्त किया गया है। वे अफगानिस्तान में शांति के लिए होने वाली वार्ता में तालिबान के प्रतिनिधियों में शामिल होंगे।' तालिबान के एक अन्य सदस्य ने बताया कि संगठन के सरगना हैबतुल्ला के आदेश पर इनकी नियुक्ति की गई है। दो हफ्ते पहले ही अफगानिस्तान के लिए विशेष अमेरिकी दूत जल्मे खलीलजाद ने तालिबान के कतर दफ्तर के सदस्यों से मुलाकात की थी।
तालिबान के शासन में रह चुके हैं मंत्री
कतर दफ्तर में नियुक्ति पाने वालों में फजल मजलूम अफगानिस्तान में तालिबान के शासन (1996 से 2001) के दौरान उप रक्षा मंत्री था। जबकि अब्दुल हक को उप खुफिया प्रमुख, खैरुल्ला खैरख्वा को गृहमंत्री, नूरुल्ला नूरी को बल्ख प्रांत का गवर्नर बनाया गया था। नबी उमरी सेना में तैनात था।