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यूएई में पांच लाख से ज्यादा फर्मों पर लटकी कार्रवाई की तलवार, सरकार ने फर्मों से कहा- बताएं असली मालिक

यूएई में पांच लाख से ज्यादा फर्मों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। सरकार ने कहा है ये फर्में अपने असली मालिक का नाम बताएं अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। एफएटीएफ को शक है कि इन फर्मों में काली कमाई का धन लगा हुआ है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 01 Jul 2021 01:35 AM (IST)Updated: Thu, 01 Jul 2021 01:35 AM (IST)
यूएई में पांच लाख से ज्यादा फर्मों पर लटकी कार्रवाई की तलवार, सरकार ने फर्मों से कहा- बताएं असली मालिक
एफएटीएफ की चेतावनी के बाद सक्रिय हुई यूएई सरकार

दुबई, रायटर। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में पांच लाख से ज्यादा फर्मों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। सरकार ने कहा है ये फर्में अपने असली मालिक का नाम बताएं अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। शक है कि इन फर्मों में काली कमाई का धन लगा हुआ है।

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एफएटीएफ ने कहा- सरकार कंपनियों में लगे धन और उनके असली मालिक का पता लगाएं

यूएई में इससे संबंधित कानून 2020 में ही बन गया था, लेकिन उस पर प्रभावी तरीके से कार्य नहीं हो पाया। हाल ही में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक में यूएई से अपना अर्थतंत्र पारदर्शी बनाने के लिए कहा गया है। कहा गया है कि वह अपने यहां चल रही कंपनियों में लगे धन और उनके वास्तविक मालिक का पता लगाएं, देखे कि वे फर्जी नाम से तो नहीं चल रही हैं।

यदि सरकार ने अर्थतंत्र में लगे काले धन को रोकने की कोशिश नहीं की तो ग्रे लिस्ट में डाला जा सकता है

एफएटीएफ ने चेतावनी दी है कि अगर यूएई सरकार ने अर्थतंत्र में लगे काले धन को रोकने की कोशिश नहीं की तो उसे ग्रे लिस्ट में डाला जा सकता है। इससे यूएई की अंतरराष्ट्रीय छवि और उसके यहां होने वाले निवेश पर बुरा असर पड़ सकता है।

यूएई काला धन खपाने का बड़ा ठिकाना बन गया

यूएई हाल के दशकों में काला धन खपाने का बड़ा ठिकाना बन गया है। अवैध धन की इस आमद से निपटने के लिए सरकार ने फरवरी में मनी लांड्रिंग और आतंकी संगठनों को फायदा पहुंचाने वाले धंधों की रोकथाम के लिए अधिकारी की नियुक्ति की थी, लेकिन इसका खास फायदा नहीं हुआ।

एफएटीएफ की चेतावनी के बाद सक्रिय हुई सरकार

अब जबकि एफएटीएफ ने चेतावनी दी है तब सरकार सक्रिय हुई है और नोटिस जारी कर पांच लाख से ज्यादा कंपनियों से उनके मालिक के नाम पूछे हैं और उनके निवेश के बारे में जानकारी मांगी गई है।


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