रूस और तुर्की ने की लीबिया में संघर्ष विराम की अपील, यूएन ने इस कदम का किया स्वागत
लीबिया में पिछले कई वर्षो से फयाज अल-सिराज के नेतृत्व वाली गवर्नमेंट ऑफ नेशनल एकॉर्ड (GNA) और जनरल खलीफा हफ्तार की लीबियन नेशनल आर्मी (LNA) के बीच घमासान चल रहा है।
इस्तांबुल, रायटर। लीबिया में दो विरोधी गुटों के बीच जारी खूनी संघर्ष को देखते हुए रूस और तुर्की ने कहा है कि देश में सोमवार तक संघर्ष विराम की घोषणा हो जानी चाहिए। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की में उनके समकक्ष रेसेप तैयप एर्दोगन का यह संयुक्त बयान बुधवार को इस्तांबुल में दोनों नेताओं की बैठक के बाद आया।
मंगलवार को पहुंचे थे तुर्की
पुतिन लीबिया के मुद्दे पर एर्दोगन से बातचीत के लिए मंगलवार को तुर्की पहुंचे थे। साझा अपील में विरोधी गुटों के बीच राजनीतिक समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) की अगुआई में आगे बढ़ने की बात की गई है। लीबिया में शांति के प्रयास में जुटे यूएन ने इस कदम का स्वागत किया है।
GNA और LNA के बीच चल रहा है घमासान
लीबिया में पिछले कई वर्षो से फयाज अल-सिराज के नेतृत्व वाली गवर्नमेंट ऑफ नेशनल एकॉर्ड (GNA) और जनरल खलीफा हफ्तार की लीबियन नेशनल आर्मी (LNA) के बीच घमासान चल रहा है। पहले गुट को तुर्की का समर्थन है, जबकि दूसरे को रूस का। अब दोनों विरोधी गुटों के समर्थक देशों की इस अपील पर लीबिया में जारी संघर्ष के खत्म होने की आशा बंधी है। जीएनए ने राजनीतिक समाधान के लिए गंभीर बातचीत का स्वागत किया है। लीबिया में संघर्ष खत्म करने की दिशा में जर्मनी और इटली समेत कई देश प्रयासरत हैं।