UAE में अमेरिकी विदेश मंत्री पोंपियो, विदेश मंत्री व NSA को दी 'अब्राहम समझौते' की बधाई
इजरायल के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला UAE पहला खाड़ी देश बन गया। यह समझौता अब्राहम समझौते के नाम से जाना जाता है।
अबू धाबी, एएनआइ। अबू धाबी में अमेरिका के विदेश सचिव माइक पोंपियो ( Mike Pompeo) ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के विदेशी मामलों व अंतरराष्ट्रीय सहयोग के मंत्री ( Minister of Foreign Affairs and International Cooperation) शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाह्यान (Sheikh Abdullah bin Zayed Al Nahyan) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) शेख ताह्नाउन बिन जायद अल नाह्यान ( Sheikh Tahnoun bin Zayed Al Nahyan) से मुलाकात की और उन्हें अब्राहम समझौते के लिए बधाई दी।
जानें क्या है अब्राहम समझौता
हाल ही में इजरायल के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला UAE पहला खाड़ी देश बन गया। यह समझौता 'अब्राहम समझौते' के नाम से जाना जाता है। इजरायल मिस्र (1979) और जॉर्डन (1994) के बाद शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला तीसरा अरब देश है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच यह ऐतिहासिक समझौता संपन्न हो सका है। इसके तहत फलस्तीन के पूर्वी हिस्से 'वेस्ट बैंक' के इलाकों में इजरायल फिलहाल अपनी गतिविधियां रोकने पर सहमत हुआ है। इन इलाकों पर इजरायल ने 1967 में कब्जा कर लिया था।
अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ संभव
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्वीट कर इसे ऐतिहासिक दिन करार दिया। अबूधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मुहम्मद बिन जाएद ने इस समझौते के बारे में ट्विटर के जरिए जानकारी दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसपर प्रसन्नता जाहिर की और ट्वीट कर बताया, 'आज बहुत बड़ी उपलब्धि मिली। दो बेहतर दोस्तों इजरायल और यूएई के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता हुआ है।'
23-28 अगस्त तक दौरे पर पोंपियो
अमेरिकी विदेश मंत्री पोंपियो रविवार से चार देशों की यात्रा पर हैं। वे 23 से 28 अगस्त के बीच इजरायल, सूडान, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर हैं। पहला पड़ाव इजरायल था जहां उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मुलाकात की और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत की। वहीं सूडान में उन्होंने नेताओं के साथ नागरिक नेतृत्व वाली सरकार और सूडान-इजरायल संबंध को अमेरिकी समर्थन जारी रखने पर चर्चा की।