Move to Jagran APP

ईरान में सुप्रीम लीडर खामेनेई के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, जानें क्‍या है वजह

ईरानी सेना द्वारा यूक्रेनी विमान को गलती से मार गिराए जाने की स्वीकारोक्ति के बाद तेहरान में रविवार को दूसरे दिन भी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 12 Jan 2020 10:37 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 12:36 AM (IST)
ईरान में सुप्रीम लीडर खामेनेई के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, जानें क्‍या है वजह
ईरान में सुप्रीम लीडर खामेनेई के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, जानें क्‍या है वजह

 दुबई, एजेंसियां। ईरानी सेना द्वारा यूक्रेनी विमान को गलती से मार गिराए जाने की स्वीकारोक्ति के बाद तेहरान में रविवार को दूसरे दिन भी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों के निशाने पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई हैं। इस बीच, अमेरिका ने कहा है कि वह बिना पूर्व शर्त के ईरान के साथ बातचीत के लिए तैयार है।

loksabha election banner

ट्विटर पर डाले गए एक वीडियो में तेहरान स्थित एक विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी कह रहे हैं कि सरकार झूठ बोल रही है कि हमारा दुश्मन अमेरिका है, वास्तव में हमारा दुश्मन यहीं मौजूद है। इस पोस्ट की आधिकारिक तौर पर पुष्टि तो नहीं हो सकी है, लेकिन सरकारी मीडिया ने शनिवार को हुए विरोध-प्रदर्शनों की पुष्टि की है। तेहरान में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। उधर, रविवार को ईरान के उदारवादी समाचार पत्र एत्माद की बैनर हेडलाइन माफी मांगिए और इस्तीफा दीजिए लगाई है। इस बीच, अमेरिका ने कहा है कि वह बिना पूर्व शर्त के ईरान के साथ बातचीत के लिए तैयार है।

अमेरिकी सैनिकों को मारने के लिए हमला नहीं किया गया

विमान हादसे पर बढ़ते विरोध के बीच ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के शीर्ष कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी ने संसद को जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या, बदले में ईरान की कार्रवाई और यूक्रेनी विमान को मार गिराने की घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान ने इराक में सैनिक अड्डे पर अमेरिकी सैनिकों को मारने की नीयत से हमला नहीं किया था। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद दुश्मन के सैनिकों को मारना नहीं था। वह महत्वपूर्ण नहीं था। हम यह बताना चाहते थे कि हम कम नहीं हैं और कहीं भी हमला कर सकते हैं। 

ट्रंप ने ईरान को चेताया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर ईरान को चेतावनी दी है। ट्रंप ने कहा कि वह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की हत्या कराने की गलती ना करे। उन्होंने कहा कि पहले ही वह बहुत लोगों को मरवा चुका और हजारों को लोगों को हिरासत में ले रखा है, लेकिन इस बार दुनिया की उस पर नजर है। वहीं, ट्रंप के ट्वीट के कुछ देर पहले अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा कि ट्रंप अभी भी बिना किसी पूर्व शर्त के ईरानी नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। हम कुछ ऐसे मुद्दों पर बातचीत चाहते हैं, जिससे ईरान और अधिक सामान्य देश बनेगा।

तनाव कम करना ही समस्या का समाधान

अमेरिका और ईरान के बीच भारी तनाव के बीच कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी रविवार को ईरान पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में क्षेत्रीय समस्याओं को सुलझाने के लिए तनाव कम करने और बातचीत की जरूरत है। वह प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उनके साथ ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी भी थे। अमीर ने कहा कि ईरान और कतर तनाव को कम करने पर सहमत हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.