पड़ोसियों के खतरा बना पाक: ईरान में 27 रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की हत्या में भी निकला हाथ
ईरान के खास प्रशिक्षित बल रिवोल्यूशनरी गार्ड्स पर इसी हफ्ते हुए हमले की जांच में पता चला है कि आत्मघाती हमलावर पाकिस्तान से आया था और उसे वहां की खुफिया एजेंसी ने प्रशिक्षित किया था।
दुबई, रायटर। पाकिस्तान भारत ही नहीं बल्कि अपने सभी पड़ोसी देशों में आतंकी भेजकर वहां अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहा है। ईरान के खास प्रशिक्षित बल रिवोल्यूशनरी गार्ड्स पर इसी हफ्ते हुए हमले की जांच में पता चला है कि आत्मघाती हमलावर पाकिस्तान से आया था और उसे वहां की खुफिया एजेंसी ने प्रशिक्षित किया था।
बुधवार को हुए हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के 27 कमांडो मारे गए थे। ईरान ने कहा है कि पाकिस्तान को इस हमले के लिए बड़ी कीमत चुकानी होगी। ईरानी सत्ता में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स का खास रुतबा है।
रिवोल्यूशनरी गार्डस के प्रमुख मेजर जनरल मुहम्मद अली जाफरी ने आत्मघाती हमले के लिए सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) समर्थित सुन्नी आतंकी संगठन को जिम्मेदार ठहराया है। कहा है कि पाकिस्तानी सेना और अन्य सुरक्षा बल इस तरह के संगठनों को क्यों पनाह देते हैं। सरकारी टेलीविजन पर जाफरी ने कहा, पाकिस्तान को निसंदेह इस हरकत की बड़ी कीमत चुकानी होगी।
इससे पहले जाफरी ने शहीद कमांडो के अंतिम संस्कार के मौके पर एकत्रित शोकाकुल भीड़ को संबोधित किया। मेजर जनरल जाफरी ने बताया कि एक साल के भीतर आत्मघाती हमले के छह-सात प्रयास विफल किए गए लेकिन इस बार साजिश सफल हो गई। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स पर हमले की जिम्मेदारी सुन्नी आतंकी संगठन जैश अल अदल ने ली है। यह संगठन बलूचों के लिए ज्यादा अधिकार और जीने की बेहतर सुविधाओं की मांग कर रहा है।
जाफरी ने कहा, सऊदी अरब और यूएई की सरकारें जान जाएं कि ईरान का धैर्य अब खत्म हो चुका है। इस्लाम विरोधी अपराधियों के समर्थन की इन देशों की नीति को नहीं चलने देंगे। हम अपने शहीदों के खून का बदला लेंगे। इसके लिए हम राष्ट्रपति हसन रुहानी से ज्यादा अधिकारों की मांग करते हैं।