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खशोगी हत्याकांड में तुर्की ने किया खुलासा, कहा- दूतावास में घुसते ही दबा दिया था गला

सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के सनसनीखेज मामले में तुर्की के मुख्य अभियोजक ने पहली बार इस अपराध का ब्योरा सार्वजनिक किया है।

By Vikas JangraEdited By: Published: Thu, 01 Nov 2018 12:44 PM (IST)Updated: Thu, 01 Nov 2018 12:44 PM (IST)
खशोगी हत्याकांड में तुर्की ने किया खुलासा, कहा- दूतावास में घुसते ही दबा दिया था गला
खशोगी हत्याकांड में तुर्की ने किया खुलासा, कहा- दूतावास में घुसते ही दबा दिया था गला

इस्तांबुल [एएफपी/रायटर]। सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के सनसनीखेज मामले में तुर्की के मुख्य अभियोजक ने पहली बार इस अपराध का ब्योरा सार्वजनिक किया है। बुधवार को मुख्य अभियोजक ने कहा कि पत्रकार ने जैसे ही इस्तांबुल में स्थित वाणिज्य दूतावास में कदम रखा वैसे ही गला दबाकर उनकी हत्या कर दी गई और उसके बाद उनके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए। यह सबकुछ पूर्व नियोजित तरीके से किया गया।

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यह बयान सऊदी अरब के मुख्य अभियोजक के इस्तांबुल छोड़ने के कुछ ही घंटे बाद जारी किया गया है। तुर्की के अभियोजक कार्यालय ने कहा है कि सच्चाई तक पहुंचने के लिए बहुत प्रयास किए गए लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकल सका।

तुर्की की मीडिया ने पहले ही अपनी रिपोर्ट में कहा था कि रियाद से भेजी गई टीम ने 59 वर्षीय खशोगी के शव के टुकड़े कर दिए। पत्रकार का शव अभी तक नहीं मिला है। वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभ लेखक खशोगी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के आलोचक थे।

इस्तांबुल के मुख्य अभियोजक इरफान फिदान के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है, 'पूर्व में ही योजना बना ली गई थी। दो अक्टूबर को पीडि़त जमाल खशोगी की हत्या वाणिज्य दूतावास में घुसते ही कर दी गई थी। वह वहां शादी संबंधी औपचारिकताएं पूरी करने गए थे। मौत के बाद उनके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए। यह काम भी योजना के मुताबिक किया गया।'

इस हत्या के बाद दुनिया की निगाहों में किरकिरी बन चुके सऊदी अरब ने अपने जांचकर्ताओं को इस्तांबुल भेजा था। बुधवार को इससे पहले तुर्की ने कहा था कि शुरू में सऊदी अधिकारी की सुबूत की खोज में रुचि दिखी। एक अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखते हुए बताया कि जांच में सहयोग नहीं दिखा है। रविवार को पहुंचने के बाद सऊदी अरब के अटार्नी जनरल शेख सऊद अल-मोजेब ने फिदान से दो बार मुलाकात की और तुर्की की एमआइटी गुप्तचर एजेंसी के साथ बातचीत करने वाणिज्य दूतावास गए। कोई बयान दिए बगैर बुधवार दोपहर वह इस्तांबुल से रवाना हो गए।

फ्रांस ने जांच पर जताया संदेह

फ्रांस के विदेश मंत्री जेआन यवे सले ड्रिआन ने खशोगी की हत्या की जांच पर संदेह जताया है। विदेश मंत्री ने कहा कि अभी तक पत्रकार की हत्या के लिए कौन जिम्मेवार है उसका पता लगाने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है।


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