मिले हैं नए मॉलीक्यूल्स जो वैक्सीन बनाने में होंगे मददगार, इजरायल का दावा
इजरायल ने दावा किया है कि उन्होंने नए मॉलीक्यूल्स की पहचान की है जो कोरोना वायरस के खात्मे के लिए वैक्सीन बनाने में मददगार साबित होगा।
यरुसलम, आइएएनएस। कोविड-19 के कारण फैली महामारी से निपटने के लिए दुनिया के तमाम देशों में वैक्सीन विकसित करने और दवाओं को बनाने को लेकर तमाम शोध किए जा रहे हैं। इस क्रम में इजरायल की एक यूनिवर्सिटी ने दावा किया है कि इस घातक वायरस को खत्म करने को लेकर वैक्सीन विकसित करने के लिए नए मॉलीक्यूल्स की पहचान कर ली गई है।
इजरायल के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस के अणुओं (molecules)की पहचान कर ली है जिससे नॉवेल कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन को विकसित करने में मदद मिलेगी। सेंट्रल इजरायल के बार इलन यूनिवर्सिटी (Bar Ilan University, BIU) ने यह जानकारी दी। जर्नल MDPI वैक्सींस (Vaccines) में गुरुवार को यह शोध प्रकाशित की गई है। BIU के शोधकर्ताओं ने एंटीजन मॉलीक्यूल्स (antigen molecules) की पहचान कर ली जो एंटीबॉडी के निर्माण में उत्प्रेरक का काम करता है। यह जानकारी शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने दी है।
BIU के शोधकर्ताओं ने एंटीजन मॉलीक्यूल्स (antigen molecules) की पहचान कर ली जो एंटीबॉडी के निर्माण में उत्प्रेरक का काम करता है। यह जानकारी शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने दी है। टीम ने ऐसे एपीटोप्स के सेट की पहचान की जिसमें एंटीजन मॉलीक्यूल्स के प्रोटीन पार्टस हैं। ये एपीटोप एंटीबॉडी के साथ कोशिकाओं में इम्यून रेस्पांस को भी जेनरेट कर सकते हैं।
पिछले साल के अंत में चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस के कहर ने दुनिया भर के देशों को चपेट में ले लिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 12 जून तक पूरी दुनिया में कुल संक्रमण के मामले 7,410,510 हो गए हैं जिसमें से मरने वालों की संख्या 418,294 हो गई। हालांकि दुनियाभर के वैज्ञानिक और शोधकर्ता इस वैश्विक महामारी से मुक्ति के लिए वैक्सीन विकसित करने के साथ ही कारगर उपचार खोजने में जुटे हैं। वहीं इस काम में लगे वैज्ञानिक, शोधकर्ता, वैक्सीन निर्माता कंपनियां एकदूसरे का हरसंभव सहयोग कर रही हैं ताकि जल्द से जल्द कोरोना वायरस से निपटने की व्यवस्था की जा सके।