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coronavirus vaccine: COVID-19 वैक्सीन का मानव परीक्षण करने वाले देशों की सूची में इजराइल भी होगा शामिल

अक्‍टूबर के अंत तक इजराइल COVID-19 वैक्सीन का मानव परीक्षण करेगा। अगर ऐसा हुआ तो इजराइल दुनिया के उन मुल्‍कों में शामिल हो जाएगा जो COVID-19 वैक्सीन का मानव परीक्षण का श्रीगणेश करेगा। इस वैक्सीन को इजराइल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल रिसर्च द्वारा विकसित किया जा रहा है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 09:24 AM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 09:24 AM (IST)
coronavirus vaccine: COVID-19 वैक्सीन का मानव परीक्षण करने वाले देशों की सूची में इजराइल भी होगा शामिल
इजराइल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल रिसर्च द्वारा विकसित किया जा वैक्‍सीन। फाइल फोटो।

यरूशलम, एजेंसी। COVID-19 वैक्सीन का मानव परीक्षण करने वाले देशों की सूची में जल्‍द ही इजराइल का नाम भी शामिल होगा। वह अक्‍टूबर के अंत तक वैक्‍सीन का मानव परीक्षण करेगा। इजराइल ने अपने COVID-19 वैक्सीन का नाम 'ब्रिलिफ' रखा है। एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार भावी वैक्सीन को इजराइल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल रिसर्च (IIBR) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसे 1952 में इजराइल डिफेंस फोर्सेज साइंस कॉर्प्स के हिस्से के रूप में स्थापित किया गया था और बाद में यह एक नागरिक संगठन में तब्‍दील हो गया। बता दें कि IIBR तकनीकी रूप से प्रधानमंत्री कार्यालय की देखरेख में है, लेकिन रक्षा मंत्रालय के साथ निकटता से काम करता है।

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रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने कहा गौरव का क्षण

रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने सोमवार को IIBR का दौरा किया और मानव परीक्षणों की शुरुआत की प्रक्रिया को बहुत महत्वपूर्ण क्षण बताया। उन्‍होंने कहा कि यह राष्ट्रीय गौरव का स्रोत है। उन्‍होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने शानदार काम किया है। यदि यह प्रयोग सफल होता है तो इजराइल के लिए नहीं बल्कि दुनिया के लिए एक बड़ी खबर होगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि इजराइल  दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए बहुत अच्छी खबर ला सकता है। गैंट्ज ने वैक्‍सीन उत्‍पादन की समय सारणी और इससे जुड़ी अन्‍य जानकारियां भी दी। रक्षा मंत्री की यात्रा के दौरान IIBR के निदेशक शमूएल शपीरा ने संभावित वैक्सीन के नाम का अनावरण किया। उन्‍होंने कहा कि हमने नौ महीने पहले 2 फरवरी को यह लक्ष्‍य तय किया था और हम अक्टूबर के अंत में अंतिम दौर में प्रवेश कर रहे हैं।

अगस्‍त में दावा, एक 'जादुई असर' वाली वैक्‍सीन ट्रायल के लिए तैयार 

अगस्‍त में इजराइल ने दावा किया था कि उसने कोरोना वायरस के खिलाफ एक 'जादुई असर' करने वाली वैक्‍सीन को बना लिया है। उस वक्‍त कहा गया था कि इस वैक्‍सीन का शरदकालीन छुट्ट‍ियों के बाद परीक्षण शुरू किया जाएगा। इजराइल के रक्षा मंत्री बेनी गांट्ज ने इजरायल इंस्‍टीट्यूट ऑफ बॉयोलॉजिकल रिसर्च का दौरा कर इस वैक्‍सीन के बारे में जानकारी भी ली थी। इंस्‍टीट्यूट के डायरेक्‍टर प्रफेसर शैमुअल शपिरा ने कहा था कि उन्‍हें अपनी वैक्‍सीन पर गर्व है। इससे पहले मई महीने में इजरायल के रक्षा मंत्री नफताली बेन्‍नेट ने दावा किया था कि देश के डिफेंस बायोलॉजिकल इंस्‍टीट्यूट ने कोरोना वायरस का टीका बना लिया है। उन्‍होंने कहा कि इंस्‍टीट्यूट ने कोरोना वायरस के एंटीबॉडी को तैयार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।

इजराइल में ऐसे चली वैक्‍सीन की विकास यात्रा

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फरवरी में संस्थान को COVID-19 के लिए एक टीका विकसित करने के लिए संसाधनों को समर्पित करने के लिए कहा था। मार्च में संस्‍थान के वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि वे जैविक तंत्र और कोरोना वायरस के गुणों को समझने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इससे मौजूद लोगों के लिए बेहतर एंटीबॉडी का उत्पादन क्षमता शामिल है। मई में इजराइल ने घोषणा की कि कोरोना वायरस के लिए वैक्‍सीन विकसित करने के लिए IIBR ने सफलता हासिल कर ली है। इसमें संभावित उपचार के लिए एंटीबॉडी के विकास के साथ इसके पेटेंट की प्रक्रिया शामिल थी।


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