इराक में नई सरकार की मांग, अमेरिका-ईरान का हुआ जोरदार विरोध
अमेरिका-ईरान द्वारा हमले का पुरजोर विरोध करते हुए इराक में नए सरकार की मांग की जा रही है ताकि देश में स्वायत्ता हासिल हो सके।
बगदाद, आइएएनएस। इराक में अमेरिका और ईरान द्वारा हाल में किए गए हमले का जोरदार विरोध किया गया। इस क्रम में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और नई सरकार की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नए सरकार से देश की स्वायत्ता बरकरार रखने में मदद मिलेगी।
अनेकों शहरों में सैनिकों की तैनाती और कड़ी सुरक्षा के बावजूद शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने वाशिंगटन और तेहरान के विरोध में नारे लगाए। इनके अनुसार, अमेरिका और ईरान ने इराक को जंग का मैदान बना दिया है।
प्रदर्शनकारियों ने भ्रष्टाचारी इराकी राजनेताओं की निंदा की जिन्होंने ऐसे हमलों की अनुमति दे दी। आयोजक सबाह नाबिल ने इफे न्यूज को बताया कि अंतिम तीन दिनों की प्रतिक्रिया के परिणाम के तौर पर देश में प्रदर्शन किया गया। उन्होंने आगे बताया कि पहले की तुलना में इस बार राजधानी के तहरीर स्क्वायर में काफी अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। नाबिल ने कहा कि उनकी मांग थी कि नए प्रधानमंत्री का चुनाव होना चाहिए जो इराक के नागरिक हों और स्वतंत्र हों ताकि देश में स्वायतता बहाल हो सके।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि ईमानदार चुनाव आयोग व संयुक्त राष्ट्र के तहत जल्द चुनाव आयोजित कराई जाए। 3 जनवरी को सुलेमानी के मारे जाने के बाद से मिड्ल इस्ट में तनाव बढ़ गया है। बुधवार को ईरान ने पश्चिमी और उत्तरी इराक में दो अमेरिकी मिलिट्री बेस पर मिसाइल से हमला किया।
बता दें कि अमेरिका ने इराक में मिलिट्री बेस पर हवाई हमला किया था जिसमें र्इरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई। इसके जवाब में ईरान ने भी इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य बेसों पर हवाई हमला किया।
बता दें कि इराक में सरकार विरोधी प्रदर्शन गत अक्टूबर से ही जारी है। इसमें भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है साथ ही रोजगार की मांग के साथ बेहतर सार्वजनिक सुविधाओं की भी मांग की गई। अब तक इसमें करीब 485 लोग मारे गए और 27,000 लोग घायल हो गए हैं।
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