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अपने ही देश की मिसाइल का निशाना बना ईरानी युद्धपोत, 19 नौसैनिकों की मौत, 15 घायल

यह पोत दूसरे जहाजों के लिए लक्ष्यों को तैनात कर रहा था इसी दौरान वह मिसाइल के निशाने पर आ गया।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 11:23 AM (IST)Updated: Mon, 11 May 2020 05:27 PM (IST)
अपने ही देश की मिसाइल का निशाना बना ईरानी युद्धपोत, 19 नौसैनिकों की मौत, 15 घायल
अपने ही देश की मिसाइल का निशाना बना ईरानी युद्धपोत, 19 नौसैनिकों की मौत, 15 घायल

तेहरान, एपी। ओमान की खाड़ी में चल रहे युद्धाभ्यास में भाग लेते समय ईरान का एक नौसैनिक पोत अपने ही देश के मिसाइल हमले का शिकार हो गया। दुर्घटनावश हुए इस हादसे में युद्धपोत पर सवार 19 नौसैनिकों की मौत हो गई, जबकि 15 जवान घायल हुए हैं। ईरानी सेना ने सोमवार को घटना की पुष्टि करते हुए पीड़ितों की संख्या की जानकारी दी। इससे पहले ईरान की सरकारी मीडिया ने कहा था कि युद्धाभ्यास के दौरान नौसैनिक पोत कोणार्क लक्ष्य के बहुत करीब आ गया था।

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यह पोत दूसरे जहाजों के लिए लक्ष्यों को तैनात कर रहा था, इसी दौरान वह मिसाइल के निशाने पर आ गया।सरकारी टीवी के मुताबिक, यह घटना रविवार को ओमान की खाड़ी में तेहरान के दक्षिण-पूर्व में करीब 1,270 किलोमीटर (790 मील) दूर जस्क के बंदरगाह के पास हुई।

सरकारी टीवी ने मिसाइल हमले को दुर्घटना करार देते हुए कहा कि कोणार्क लक्ष्य के बहुत करीब था, इसलिए यह हादसा हुआ। 2018 में कोणार्क की मरम्मत करके इसे समुद्री और एंटीशिप मिसाइल लांच करने में सक्षम बनाया गया था। 47 मीटर लंबे इस पोत का निर्माण हालैंड द्वारा किया गया था और इसे 1988 में ईरान की नौसेना में शामिल किया गया था।

40 टन वजनी इस पोत में सामान्यता 20 नौसैनिकों का चालक दल रहता है। ईरान नियमित रूप से इस क्षेत्र में अभ्यास करता है। यह जगह होर्मुज जलडमरूमध्य के नजदीक है। खास बात यह है कि होर्मुज जलडमरूमध्य से ही दुनिया का 20 फीसद तेल का आवागमन होता है। 


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