ईरान ने अपने नतांज परमाणु संयंत्र में ब्लैक आउट को आतंकी कार्रवाई बताया, जानें क्या कहा
ईरान के नतांज स्थित भूमिगत परमाणु संयंत्र में रविवार को विद्युत वितरण ग्रिड से जुड़ी खराबी आ गई। नए एडवांस्ड सेंट्रीफ्यूज शुरू करने के कुछ ही घंटों बाद इसका पता चला। ईरान ने इसे नाभिकीय आतंकवाद करार दिया है।
तेहरान, एजेंसियां। ईरान के नतांज स्थित भूमिगत परमाणु संयंत्र की रविवार को बिजली गुल हो गई। विश्व बिरादरी के साथ परमाणु समझौते पर बातचीत के बीच तेहरान के सबसे सुरक्षित स्थानों में इस तरह की घटना का यह ताजा मामला है। ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख अली अकबर सालेही ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) को इससे निपटने की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि ईरान के पास अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार है। इस घटना से क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका है। बता दें कि नतांज का परमाणु ऊर्जा संयंत्र आइएईए की निगरानी में है। फिलहाल बिजली गुल होने के संबंध में विस्तृत विवरण नहीं मिल सका है।
शुरू में इसे बिजली ग्रिड में खराबी का नतीजा माना जा रहा था। सरकारी टीवी ने देश के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के प्रवक्ता बेहरूज कमालवदी का हवाला देते हुए घटना की पुष्टि की है। कमलावदी ने कहा कि सौभाग्य से इस घटना में ना तो किसी तरह की जनहानि हुई और ना ही किसी तरह का प्रदूषण फैला।
पिछले वर्ष जुलाई में भी परमाणु संयंत्र में विस्फोट हो गया था। हालांकि बाद में इसे तोड़फोड़ की घटना करार दिया गया था। क्षेत्रीय स्तर पर ईरान का सबसे बड़ा दुश्मन इजरायल है और तेहरान का यह आरोप है कि यरुशलम किसी भी कीमत पर नहीं चाहता है कि परमाणु समझौते की वार्ता परवान चढ़े। ईरान ने दशकों पहले सैन्य परमाणु कार्यक्रम की शुरुआत करने वाले विज्ञानी की हत्या के लिए भी इजरायल को दोषी ठहराया था।
इजरायल ने अभी तक किसी हमले का दावा तो नहीं किया है, लेकिन हाल ही में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को देश के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया था। कई इजरायली मीडिया संस्थानों की ओर से साइबर हमले के चलते परमाणु संयंत्र में अंधेरा फैलने की बात कही गई है। हालांकि, मीडिया रिपोर्टो में खबर का स्रोत नहीं बताया गया है।