Move to Jagran APP

UAE: खतरे में सैकड़ों भारतीय नर्सों की नौकरी, विदेश मंत्रालय से लगाई मदद की गुहार

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में डिप्लोमा डिग्रीधारक सैकड़ों भारतीय नर्सों की नौकरी खतरे में है। ऐसा नई शैक्षिक आवश्यकता के कारण हुआ है। ने विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार लगाई है।

By TaniskEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 11:42 AM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 12:01 PM (IST)
UAE: खतरे में सैकड़ों भारतीय नर्सों की नौकरी, विदेश मंत्रालय से लगाई मदद की गुहार
UAE: खतरे में सैकड़ों भारतीय नर्सों की नौकरी, विदेश मंत्रालय से लगाई मदद की गुहार

दुबई, आइएएनएस। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में डिप्लोमा डिग्रीधारक सैकड़ों भारतीय नर्सों की नौकरी खतरे में है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नई शैक्षिक आवश्यकता के कारण इन नर्सों की नौकरी खतरे में है। इसके चलते  200 से अधिक नर्सों ने पहले ही अपनी नौकरी खो दी है, जबकि कुछ अन्य को डिमोट कर दिया गया है। गल्फ न्यूज के अनुसार यूएई ने पंजीकृत नर्सों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के रूप में नर्सिंग में स्नातक की डिग्री अनिवार्य कर दिया है। इसके चलते ही ऐसा हुआ है।  उन्होंने विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार लगाई है। गौरतलब है कि विदेश राज्य मंत्री के वी. मुरलीधरन यूएई दौरे पर आने वाले हैं, नर्सों ने तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।

loksabha election banner

कुछ प्रभावितों नर्सों के अनुसार, डिप्लोमा सर्टिफिकेट वाली नर्सें, जिन्हें बरकरार रखा जाना है, उन्हें 2020 तक शिक्षा मंत्रालय (MoE) द्वारा मान्यता प्राप्त यूएई में विश्वविद्यालयों से पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग प्रोग्राम का कोर्स करना आवश्यक है। हालांकि, कई नर्स, जिन्होंने विभिन्न विश्वविद्यालयों में कार्यक्रमों के लिए दाखिला लिया था, अब एक और संकट का सामना कर रही हैं। उनके डिप्लोमा प्रमाणपत्रों के समान प्रमाणपत्र केअनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया।

समकक्षता प्रमाण पत्र जारी कर रहा मंत्रालय

प्रभावित नर्सों  के अनुसार मंत्रालय, केरल राज्य से प्राप्त डिप्लोमा प्रमाण पत्र के लिए समकक्षता प्रमाण पत्र जारी कर रहा है, जो नर्सिंग काउंसिल मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त एकमात्र भारतीय नर्सिंग निकाय है।केरल देश में सबसे ज्यादा नर्सें भेजता है।प्रभावित नर्सों में से एक ने कहा, 'हम में से अधिकांश केरल से ही आ रहे हैं। लेकिन हमने अपने नर्सिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए केरल से बाहर पढ़ाई की। कुछ अन्य भारतीय राज्यों की नर्सें भी इस समस्या का सामना कर रही हैं।'

विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार

एक अन्य नर्स ने कहा, 'हममें से कई लोग पहले ही अपनी नौकरी खो चुके हैं और अब हम अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख पा रहे हैं और दूसरी नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं। इससे हम ' करो या मरो' की स्थिति में पहुंच गए हैं। विदेश राज्य मंत्री के वी. मुरलीधरन, इस सप्ताह यूएई का दौरा करने वाले हैं, हम उनसे इस मुद्दे को हल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.