कोरोना प्रतिबंधों के बीच इजराइल में मौजूद भारतीय दूतावास की नई पहल, कांसुलर सेवा के जरिए भारतीयों की मदद
कोरोना प्रतिबंधों के बीच इजराइल में मौजूद भारतीय दूतावास ने भारतीयों की मदद के लिए नई पहल की शुरुआत की है।
जेरूसलम, पीटीआइ। इजराइल में भारतीय दूतावास ने देश में भारतीय समुदायों तक पहुंचने के लिए एक अनूठी शुरुआत हुई है। कोरोना काल में लगाए गए प्रतिबंधों के चलते लोग काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। ऐसे में भारतीयो की मदद के लिए दूतावास ने आवश्यक कांसुलर सेवाएं (Essential consular services ) प्रदान करने का अभियान चलाया है।
हफ्ते में एक बार देश के विभिन्न हिस्सों की करेंगे यात्रा
इसके तहत भारतीय दूतावास के कर्मचारी सप्ताह में एक बार देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा कर रहे हैं। ताकी भारतीय मूल के इजराइलियों को कांसुलर समर्थन की तलाश में जरूरी दस्तावेजों के साथ समस्याओं का सामना न करना पड़े। इस अभियान के शुरू होने से वहां रहे भारतीय में काफी उत्साह पैदा हो गया है। काफी संख्या में लोगों ने इस अभियान की सराहना की है।
बेर्शेबा में पिछले दो हफ्तों से मौजूद कर्मचारी
इजराइल में भारत के राजदूत, संजीव सिंगला ने न्यूज एजेंसी पीटीआइ को बताया कि भारतीय मिशन के कर्मचारी अब तक पिछले दो हफ्तों के दौरान येरुशलम और बेर्शेबा में रहे हैं और उन्होंने घोषणा की है कि वे उत्तर में हाइफा और इजराइल के सबसे दक्षिणी लाल सागर तटीय शहर इलियट भारतीय से मिल कर उन्हें आवश्यक कांसुलर सेवाएं प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि COVID-19 महामारी को देखते हुए सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करते आवश्यक कांसुलर सेवाएं को बढ़ाया गया है। ऐसे में भारतीय की मदद के लिए यह अभियान शुरू किया गया है।
भारतीयों ने जताई चिंता
बेर्शेबा के बेन-गुरियन विश्वविद्यालय के एक शोधकर्ता शशांक शेखर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया,'मुझे बिल्कुल भी भरोसा नहीं है कि कब मुझे अपना पासपोर्ट को कलेक्ट करने के लिए कहा जाएगा। मैं इसे लेकर काफी चिंतित हूं। मैंने सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं, लेकिन जब तक मुझे पासपोर्ट नहीं मिलेगा मैं यहा नहीं रह सकती हूं।
बता दें कि पहले ही सरकार कोरोना वायरस के चलते देश-विदेश में फंसे लोगों की मदद के लिए वंदे भारत मिशन और ऑपरेशन सेतु अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत काफी संख्या में भारतीयों की वतन वापसी भी हुई है।