आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते यूएई में भारतीय ने गंवाई नौकरी, जानें क्या था मामला
बिहार के रहने वाले ब्रजकिशोर ने फेसबुक पर भारतीय मुसलमानों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें कोरोना संक्रमण फैलाने वाला कहा था।
दुबई, प्रेट्र। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की एक खनन कंपनी में काम करने वाले भारतीय कर्मी ब्रजकिशोर गुप्ता को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना महंगा पड़ा। एक खास धर्म के लोगों के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर गुप्ता को नौकरी से निकाल दिया गया।
फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी पड़ी भारी
रस एल खैमा शहर स्थित खनन फर्म स्टेविन रॉक कंपनी के मैनेजर जीन-फ्रैंकोइस मिलिन ने इसकी पुष्टि की है। बिहार के रहने वाले ब्रजकिशोर ने फेसबुक पर भारतीय मुसलमानों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें कोरोना संक्रमण फैलाने वाला कहा था। एक अन्य पोस्ट में उसने इस साल दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगे को ईश्वरीय न्याय कहा था।
पहले भी ऐसे मामलों पर हो चुकी है कार्रवाई
स्थानीय मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मिलिन ने कहा कि यह निर्णय यूएई सरकार द्वारा जारी निर्देश के अनुसार लिया गया। यूएई में इस महीने सोशल मीडिया पर इस तरह का पोस्ट डालने वाले तीन अन्य भारतीय कर्मियों को भी अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था।
आपत्तिजनक ट्वीट पर यूएई की राजकुमारी ने जताई थी आपत्ति
कुछ दिनों पहले दुबई में एक भारतीय ने तब्लीगी जमात से जुड़े मामले का संदर्भ लेते हुए मुसलमानों के बारे में आपत्तिजनक ट्वीट किया, जिस पर यूएई की राजकुमारी हेंद अल कासिमी ने कड़ी आपत्ति जताई और उन्होंने कहा था कि हमारा देश इस तरह के व्यवहार को सहन नहीं करेगा और ऐसे लोगों को देश छोड़ने को कहा जा सकता है।
उस समय यूएई में भारतीय राजनयिक पवन कपूर ने ट्वीट कर कहा था, 'भारत और यूएई भेदभाव न करने के मूल्य को साझा करता है। भेदभाव हमारे नैतिक तानेबाने और कानून के नियमों के खिलाफ है। यूएई में मौजूद भारतीय नागरिकों को इसका ख्याल रखना चाहिए।'
दुबई में रहने वाले एक भारतीय का ट्वीट वायरल हुआ था जिसमें उसने आरोप लगाया कि भारत में कोरोना वायरस संकट के लिए तब्लीगी जमात के लोग जिम्मेदार हैं।