यमन के हाउती विद्रोहियों ने सऊदी अरब में दागीं बैलिस्टिक मिसाइलें, तेल ठिकानों को भी बना चुके हैं निशाना
ईरान समर्थित इस संगठन ने गत सात मार्च को भी ड्रोन और मिसाइलों से इस खाड़ी देश के तेल ठिकाने को निशाना बनाया था। तेल कंपनी अरैमको के एक रिहायशी परिसर पर भी हमला किया था। जबकि सऊदी ने इस हमले को विफल करने की बात कही थी।
दुबई, रायटर। यमन के हाउती विद्रोहियों ने सऊदी अरब में फिर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। ईरान समर्थित इस संगठन ने गत सात मार्च को भी ड्रोन और मिसाइलों से इस खाड़ी देश के तेल ठिकाने को निशाना बनाया था। तेल कंपनी अरैमको के एक रिहायशी परिसर पर भी हमला किया था। जबकि सऊदी ने इस हमले को विफल करने की बात कही थी।
सऊदी के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने एक बयान में कहा कि हाउती विद्रोहियों ने सोमवार को दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। मिसाइलें यमन सीमा से सटे दक्षिणी सऊदी अरब के निर्जन इलाकों में गिरीं। गठबंधन ने यह भी बताया कि उत्तरी यमन के सादाह प्रांत में बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए बनाए गए एक बंकर और लांच पैड को ध्वस्त कर दिया गया। यहीं से मिसाइलें दागी गई थीं। गठबंधन ने कहा, 'हम नागरिकों की सुरक्षा के लिए खतरे वाले ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए कदम उठा रहे हैं।'
हाउती विद्रोहियों का राजधानी सना समेत यमन के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा है। जबकि 2015 से सऊदी गठबंधन ने हाउती विद्रोहियों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। हाउती विद्रोही अक्सर ही यमन से सटे सऊदी के सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाते रहते हैं। सितंबर, 2019 में अरैमको के तेल संयंत्रों को ड्रोन से निशाना बनाया गया था। इसकी जिम्मेदारी हाउती विद्रोहियों ने ली थी। जबकि सऊदी ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया था।