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FATF ने ईरान को ब्लैक लिस्ट में बनाए रखा, कहा- हालात सुधारने के लिए खाड़ी देश कुछ नहीं कर रहा

FATF ने ईरान को ब्लैकलिस्ट में डालते हुए कहा कि हालात सुधारने के लिए यह खाड़ी देश कुछ नहीं कर रहा है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Sat, 22 Feb 2020 07:49 AM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 07:49 AM (IST)
FATF ने ईरान को ब्लैक लिस्ट में बनाए रखा, कहा- हालात सुधारने के लिए खाड़ी देश कुछ नहीं कर रहा
FATF ने ईरान को ब्लैक लिस्ट में बनाए रखा, कहा- हालात सुधारने के लिए खाड़ी देश कुछ नहीं कर रहा

पेरिस, रायटर। आतंकी संगठनों के अर्थतंत्र पर प्रहार के लिए बने अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का पालन न करने पर ईरान को एफएटीएफ (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) की ब्लैक लिस्ट में बनाए रखा है। अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते ईरान पहले से ही अंतरराष्ट्रीय बाजार से दूर हो चुका है। एफएटीएफ की ब्लैक सूची में बने रहने से उसकी आर्थिक मुश्किलें और बढ़ जाएंगी।

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एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट में ईरान के अलावा अन्य देश उत्तर कोरिया है। ईरान की यह स्थिति बीते तीन साल से दिए जा रहे दिशानिर्देशों के बाद भी बनी हुई है। इससे पहले एफएटीएफ ईरान से लगातार अनुरोध करता रहा है कि वह आतंकियों को मिलने वाले धन की रोकथाम के अंतरराष्ट्रीय समझौतों का पालन करे। ईरान को ब्लैक लिस्ट में बने रहने से बैंकों और आर्थिक संस्थाओं से उसके लेन-देन की और कड़ाई से समीक्षा होगी। ईरान से संबंधित आर्थिक संस्थाओं की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। ईरान के बैंकों और कारोबारों पर दबाव बढ़ाया जाएगा।

इससे पहले पश्चिमी देश से संबंधित एक राजनयिक ने बताया था कि ईरान को ब्लैक लिस्ट में डाले जाने पर सहमति बन गई है और इस आशय की घोषणा किसी भी समय हो सकती है। इससे ईरान को आतंकियों के खिलाफ कदम न उठाने के गंभीर दुष्परिणाम भुगतने होंगे। वह कर्ज लेने की क्षमता खो बैठेगा, साथ ही दुनिया के अर्थतंत्र से बाहर होने के कगार पर पहुंच जाएगा। उल्लेखनीय है कि 2018 में अमेरिका के परमाणु समझौते से बाहर आने के बाद से ईरान की स्थिति निरंतर बिगड़ती जा रही है।


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