फ्रांस सहित 15 यूरोपीय देशों ने इजरायल से किया आग्रह, कहा - वेस्ट बैंक में ना बनाए नए आवास
फ्रांस जर्मनी और इटली सहित कई यूरोपीय देशों ने शुक्रवार को कहा कि इजरायल को वेस्ट बैंक क्षेत्र में 4000 से अधिक नई आवास इकाइयों के निर्माण के अपने नवीनतम निर्णय पर अमल नहीं करना चाहिए। अमेरिका ने भी इजरायल के इस कदम का किया विरोध।
पेरिस, रायटर्स। फ्रांस सहित 15 यूरोपीय देशों ने इजरायल से वेस्ट बैंक में और अधिक अवैध बस्तियों की बनाने की योजना को रोकने का आग्रह किया है। फ्रांस, जर्मनी और इटली सहित 15 यूरोपीय देशों ने शुक्रवार को कहा कि इजरायल को वेस्ट बैंक क्षेत्र में 4,000 से अधिक नई आवास इकाइयों के निर्माण के कार्यक्रम पर रोक लगा देना चाहिए। बता दें कि फ्रांस के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार यह सूचना मिली है। इस बयान पर दर्जनों अन्य यूरोपीय देशों ने भी हस्ताक्षर किया है।
कुछ दिनों पहले इजरायल के अधिकारियों ने कहा कि वे वेस्ट बैंक में 4,000 नई आवास इकाइयों को मंजूरी देंगे। बयान में आगे कहा गया कि हम इस्राइली अधिकारियों से इस फैसले को वापस लेने का आग्रह करते हैं।
अंतरराष्ट्रीय कानून का हो रहा उल्लंघन
बयान में यह भी बताया गया है कि इजरायल के द्वारा बनाए जा रहे नई बस्तियां 'अंतर्राष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन करती हैं। इजरायल के इस कदम की वजह से दोनों क्षेत्र, (इजरायल और फिलिस्तीनियों) के बीच बढ़ती खाई को और बढ़ जाएगी।
यूरोपीय संघ ने की है निंदा
यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने एक बयान में कहा, 'यूरोपीय संघ 4,400 से अधिक आवास इकाइयों को आगे बढ़ाने, कब्जे वाले वेस्ट बैंक में अवैध बस्तियों का विस्तार करने की योजना की इजरायल के अधिकारियों द्वारा मंजूरी की निंदा करता है।' इससे पहले शुक्रवार को तुर्की ने भी अवैध इजरायली बस्तियों के विस्तार की योजना की निंदा की थी। बता दें कि पूर्वी यरुशलम सहित वेस्ट बैंक को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत कब्जे वाले क्षेत्र के रूप में देखा जाता है, इस प्रकार वहां सभी यहूदी बस्तियों को अवैध बना दिया जाता है।
अमेरिका ने भी जताई आपत्ति
अमेरिका ने भी शुक्रवार को इजरायल के कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में नए घरों के निर्माण पर आपत्ति जाहिर की थी। अमेरिकी विदेश विभाग की उप प्रवक्ता, जलिना पोर्टर ने कहा कि अमेरिका को इसराइल के नए वेस्ट बैंक सेटलमेंट को 12 मई तक आगे बढ़ाने के फैसले के बारे में पता था। उन्होंने कहा कि हम बस्तियों के विस्तार का कड़ा विरोध करते हैं जो तनाव को बढ़ाता है