बेरुत धमाके में लेबनानी कस्टम प्रमुख गिरफ्तार, बंदरगार में विस्फोटक पदार्थ रखने पर हुई पूछताछ
इस विस्फोट में 180 लोगों की जान चली गई और 6000 लोग घायल हुए थे। चार अगस्त को हुए धमाके के बाद से 30 लोग अब भी लापता हैं।
बेरुत, एपी। लेबनान की राजधानी बेरुत में हुए भीषण विस्फोट के मामले में कस्टम अथॉरिटी के प्रमुख बद्री दाहेर को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी से पहले अधिकारी से पूछताछ की गई। बेरुत धमाके की जांच इस तथ्य के इर्द-गिर्द हो रही है कि करीब 3,000 टन विस्फोटक पदार्थ अमोनियम नाइट्रेट बंदरगाह पर क्यों रखा गया था।
इस विस्फोट में 180 लोगों की जान चली गई और 6,000 लोग घायल हुए थे। चार अगस्त को हुए धमाके के बाद से 30 लोग अब भी लापता हैं। इससे हजारों करोड़ की संपत्ति का भी नुकसान हुआ है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक के मुताबिक धमाके से 40,000 इमारतों को क्षति पहुंची है।
लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल ओउन ने कहा कि धमाके की जांच बहुत जटिल है। इसे पूरा होने में समय लगेगा। जांच तीन हिस्सों में बंटी हुई है। पहले हिस्से में बंदरगाह के आसपास की परिस्थितियों का पता लगाना है। दूसरे में यह पता लगाना है कि विस्फोटक पदार्थ कहां से आया और यहां किसने रखा। तीसरे हिस्से में इसकी देख-रेख और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाना है।
भारी विरोध के चलते वहां की पूरी सरकार ने दिया था इस्तीफा
बता दें कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री हसन दियाब ने इस्तीफा दे दिया था। विस्फोट से नाराज लोग सरकारी महकमे की लापरवाही और सरकार की अयोग्यता के आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतर आए थे और पूरी सरकार से त्यागपत्र की मांग कर रहे थे। यही नहीं जनता के भारी आक्रोश के चलते एक-एक करके मंत्रियों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया था। देश में भारी जनाक्रोश के चलते सरकार काफी दबाव में थी।
गौरतलब है कि लेबनान की राजधानी बेरूत में एक भीषण विस्फोट में 135 लोगों की जान चली गई और करीब पांच हजार घायल हो गए। बेरूत में धमाका इतना तीव्र था कि उसकी गूंज 160 किलोमीटर दूर साइप्रस तक सुनाई दी थी। बेरूत के गवर्नर मारवन अबोद ने बताया कि धमाके से करीब आधे शहर को नुकसान पहुंचा है।