इजरायल और फलस्तीन के बीच भीषण संघर्ष; लड़ाकू विमान मैदान में, हमास नेताओं पर हमला, एक दर्जन से अधिक बच्चे भी मरे
फलस्तीनी हमलों के दायरे में अब इजरायल के कई शहर। इजरायल ने भी राकेट हमलों के साथ लड़ाकू विमानों से की बमबारी। गाजा में दो इमारतें ध्वस्त हमलों में 13 बच्चों सहित 43 लोग मारे गए। यरुशलम में हिंसा पर भारत ने जताई चिंता
गाजा, रायटर। इजरायल और फलस्तीन के बीच जंग तेज हो गई है। इजरायल के तेल अवीव सहित कई शहरों पर हमले किए गए हैं। चरमपंथी हमास ने गाजा पट्टी से एक हजार से अधिक राकेट इजरायल पर दागे हैं। इजरायल ने भी हमले तेज करते हुए युद्ध में अपने लड़ाकू विमानों को भी उतार दिया है। उसने हमास नेताओं के कार्यालय, घरों पर हमले में कई नेताओं को मारने का दावा किया है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार मरने वालों की संख्या 43 हो गई है। इनमें 13 बच्चे और तीन महिलाएं शामिल हैं। तीन सौ लोग घायल भी हुए हैं। इजरायल ने भी अपने यहां छह लोगों के मरने की पुष्टि की है।
2014 के बाद दोनों के बीच इतना भीषण संघर्ष पहली बार हुआ है। इजरायल के हमले में गाजा में एक सात मंजिला इमारत ध्वस्त हो गई। एक इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है।
गाजापट्टी पर हो रहे हमले के बीच भागते हुए लोगों ने कहा कि इजरायल अब बौखला गया है। हमलों से इजरायली जनता की भी नींद उड़ी हुई है। रातभर सायरनों की आवाज और धमाकों से लोग बेचैन हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि जिस बिल्डिंग पर राकेट दागे हैं, उनमें तेरह बच्चों की मौत हुई है। इजरायल ने कहा है कि वह आबादी पर राकेट नहीं दाग रहा है।
हमास ने दावा किया है कि उसने इजरायल के तेल अवीव और बेर्शेबा शहर में दो सौ से ज्यादा राकेट दागे हैं। इस युद्ध को देखते हुए पूर्वी यरुशलम से फलस्तीन परिवार को हटाने के लिए चल रही कोर्ट की सुनवाई भी स्थगित कर दी गई है।
इजरायल ने कहा है कि उसने गाजा सीमा पर टैंकों के साथ 2014 के बाद अब फिर अपनी सेना को तैनात कर दिया है।
न्यूयॉर्क में भी भिड़े समर्थक
न्यूयॉर्क में इजरायल के वाणिज्य दूतावास के सामने भी हजारों इजरायल और फलस्तीन समर्थक आमने-सामने आ गए। यहां हिंसा की कोई घटना नहीं हुई। दोनों के बीच काफी देर तक नारेबाजी चलती रही।
यरुशलम में हिंसा पर भारत ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने यरुशलम के टेंपल माउंट हो रही हिंसा के साथ ही शेख जर्राह और सिलवान को खाली कराने पर चिंता जाहिर की है। भारत ने कहा है कि वह दोनों ही पक्षों से यथास्थिति कायम रखने की अपील करता है। उन्होंने कहा कि पुराने शहर में अल जाविया अल हिंदिया भारतीय आश्रम भी है। हम सभी लोगों के लिए चिंतित हैं।