अफगान मसले पर जयशंकर व अतमार में हुई अहम वार्ता, ताकतवर हो रहे तालिबान से भारत की चिंता बढ़ी
अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता पर कब्जा करने की कोशिशों के कारण लगातार बिगड़ते हालात की पृष्ठभूमि में भारत व अफगान के विदेश मंत्रियों के बीच कंधार में अहम मुलाकात हुई। भारतीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने अफगान समकक्ष मोहम्मद हनीफ अतमार से मिलकर युद्धग्रस्त देश की स्थिति पर चर्चा की।
दुशांबे, प्रेट्र। अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता पर कब्जा करने की कोशिशों के कारण लगातार बिगड़ते हालात की पृष्ठभूमि में भारत व अफगान के विदेश मंत्रियों के बीच मंगलवार को यहां अहम मुलाकात हुई। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगान समकक्ष मोहम्मद हनीफ अतमार से मिलकर युद्धग्रस्त देश की स्थिति पर चर्चा की। समझा जाता है अतमार ने जयशंकर को अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती ताकत और भावी चुनौतियों को लेकर विस्तार से जानकारी दी है। जयशंकर ने उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री अबुल अजीज कमीलोव से भी अलग से मुलाकात कर अफगान मसले पर चर्चा की।
जयशंकर एससीओ बैठक में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर ताजिकिस्तान पहुंचे
जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की परिषद और अफगानिस्तान पर एससीओ संपर्क समूह की बैठकों में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को ही ताजिकिस्तान की राजधानी पहुंचे हैं।
जयशंकर की अफगान विदेश मंत्री के साथ बैठक
जयशंकर ने ट्वीट किया कि अफगान विदेश मंत्री हनीफ अतमार के साथ बैठक करके अपनी दुशांबे यात्रा की शुरुआत की। हम कल अफगानिस्तान पर एससीओ संपर्क समूह की बैठक की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
अफगानिस्तान पर एससीओ संपर्क समूह की बैठक
उल्लेखनीय है अफगानिस्तान पर एससीओ संपर्क समूह की बैठक ऐसे समय हो रही है जब पूरी दुनिया तालिबान के उभार और संभावित खूनखराबे को लेकर सहमी हुई है।
अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान लड़ाके कंधार की ओर बढ़ रहे
अमेरिकी सेना की अचानक वापसी के बाद तालिबान के लड़ाके बहुत तेजी से देश की राजधानी की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कई इलाकों में अपना कब्जा कर लिया है।
अफगान में चल रही परियोजनाओं और कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर भारत चिंतित
अफगानिस्तान की मौजूदा सरकार तालिबान का सामना करने की स्थिति में नहीं है। भारत की चिंता वहां चल रही अपनी परियोजनाओं और कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर है।