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सऊदी अरब के रास्ते इजरायल पहुंचा एयर इंडिया का विमान, रचा इतिहास

कई अरब और इस्लामिक देश इजरायल को मान्यता नहीं देते हैं। यही कारण है कि ये देश वहां के लिए विमान सेवाओं को अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देते हैं।

By Tilak RajEdited By: Published: Fri, 23 Mar 2018 06:36 PM (IST)Updated: Fri, 23 Mar 2018 06:36 PM (IST)
सऊदी अरब के रास्ते इजरायल पहुंचा एयर इंडिया का विमान, रचा इतिहास
सऊदी अरब के रास्ते इजरायल पहुंचा एयर इंडिया का विमान, रचा इतिहास

तेल अवीव, पीटीआइ। सऊदी अरब के एयर स्पेस से एयर इंडिया का पहला विमान इजरायल पहुंचा और तेल अवीव में लैंड हुआ। पहली बार सऊदी अरब ने व्यावसायिक विमान को अपना एयर स्पेस इस्तेमाल करने की इजाजत दी है। इस अनुमति से अरब राजशाही और इजरायल के बीच रिश्तों में नरमी आने का संकेत मिलता है। इस रास्ते से एयर इंडिया के विमान को पहले लगने वाले समय के मुकाबले करीब दो घंटे कम समय लगेगा।

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इस रास्ते से उड़ान को लोगों से लोगों के बीच संपर्क और भारत-इजरायल के बीच कूटनीतिक रिश्ते में नई शुरुआत माना जा रहा है। सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने नई दिल्ली से तेल अवीव के लिए सप्ताह में तीन दिन सीधी उड़ान सेवा की शुरुआत गुरुवार को की। इस सीधी सेवा से दोनों देशों के बीच पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

सऊदी अरब ने विमान कंपनी को अपना एयरस्पेस इस्तेमाल करने की इजाजत दी है। इससे एयर इंडिया के विमान को तेल अवीव पहुंचने में 7.25 घंटे लगेंगे। दोनों देशों के बीच उड़ान भरने वाले इजरायल की राष्ट्रीय विमानन कंपनी एल अल के विमान के मुकाबले एयर इंडिया को अब 2.10 घंटे कम समय लगेगा।

विमान संख्या एआइ 139 तेल अवीव के बेन गुरिओन हवाई अड्डे पर इजरायली समय के अनुसार गुरुवार रात 10:15 बजे लैंड हुआ। इससे भारत-इजरायल रिश्ते में नया अध्याय जुड़ गया और साथ ही दशकों से सऊदी अरब द्वारा लगाया गया प्रतिबंध समाप्त हो गया। इजरायल के पर्यटन मंत्री यारिव लेविन ने कहा, 'यह वास्तव में ऐतिहासिक घड़ी है। हम नए युग में प्रवेश कर चुके हैं। मुझे भरोसा है कि अब और भारतीय पर्यटक इजरायल पहुंचेंगे। इजरायली भी अधिक संख्या में भारत जाएंगे।' उन्होंने कहा कि सीधा संपर्क से दोनों देशों के बीच रिश्ते में भी मजबूती आएगी।

गौरतलब है कि कई अरब और इस्लामिक देश इजरायल को मान्यता नहीं देते हैं। यही कारण है कि ये देश वहां के लिए विमान सेवाओं को अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देते हैं।


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