जापान: बाढ़ व बारिश से मरनेवालों की संख्या 200 के करीब पहुंची, 60 लोग लापता
शुक्रवार को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने भरोसा दिलाया है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद की जाएगी।
टोक्यो [ एजेंसी ]। मध्य और दक्षिण-पश्चिम जापान में मूसलाधार बारिश और बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 200 के करीब पहुंच गई है। स्थानीय प्रशासन का दावा है कि 60 लोग अभी भी लापता है। इसमें अकेले ओकायामा से 18 लोग है, जिनका अब तक सुराग नहीं मिला है। इस बीच शुक्रवार को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने भरोसा दिलाया है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद की जाएगी।
जापान के प्रधानमंत्री ने गुरुवार को आत्मरक्षा बल के हेलीकॉप्टर से ओकायामा का दौरा किया और खोजी और बचाव अभियानों के साथ-साथ आपदा राहत का निरीक्षण किया था। शुक्रवार को एबी बाढ़ से प्रभावित अन्य हिस्सों का दौरा करेंगे। इस बीच जापान सरकार ने भी पीड़ित लोगों को घर लौटने के लिए वित्तीय मदद का भरोसा दिलाया है। बाढ़ प्रभावित इलाके से करीब 10,000 लोग अपने घरों को खाली कर चुके हैं। पीड़ित लोग आश्रयस्थलों में ठहरे हुए हैं, वहीं 300 लोगों ने रात स्कूल के परिसर में गुजारी है।
इस बीच जापान सरकार का दावा है कि लापता लोगों को खोजने और बचाने की कोशिशें जारी हैं। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, गुरुवार से हो रही रिकॉर्ड तोड़ बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन ने पश्चिमी जापान तथा हिरोशिमा और एहिमे प्रांतों को तहस-नहस करके रख दिया है, वहीं हजारों घर जलमग्न हो गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
सरकार के प्रवक्ता मुख्य कैबिनेट सचिव, योशिहिदे सुगा ने बताया कि सबसे ज्यादा तबाही हिरोशिमा और ओकायामा तथा एहिमे प्रांतों में हुई है। स्थानीय मीडिया ने प्रभावित इलाकों के प्रशासनिक अधिकारियों से प्राप्त आंकड़ों के हवाले से बताया कि लापता लोगों की संख्या 39 से 56 के बीच है।
तीन दशक के बाद प्रकृति का टूटा ऐसा कहर
जापान में ऐसी जानलेवा प्राकृतिक आपदा करीब तीन दशक के बाद देखी गई है। पिछले सप्ताह पश्चिमी जापान में भयंकर बारिश के बाद आए बाढ़ और भूस्खलन के कारण कई इमारतें ध्वस्त हो गईं, सैकड़ों लोगों की मौत हो गई हैं। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि पश्चिमी और केंद्रीय जापान के अलग-अलग हिस्सों में लगभग 75,000 पुलिस, फायरमैन को खोजी व बचाव दल में तैनात किया गया है।
कुराशाकी शहर पूरी तरह बाढ़ के पानी में डूब चुका है
जापान का कुराशाकी शहर पूरी तरह बाढ़ के पानी में डूब चुका है, कई लोग इन इलाकों में बचाव दलों के इंतजार में अपने घरों की छतों पर शरण लिए हुए हैं। बचाव कार्यकर्ता घर-घर जाकर पीड़ितों को ढ़ूंंढ रहे हैं और उनकी मदद कर रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि हमें मालूम है कि ये समय के विरुद्ध रेस है। हम अपनी तरफ से भरपूर कोशिश कर रहे हैं। यही कारण है कि इसे एक बड़ा बचाव अभियान कहा जा रहा है जहां हम हर एक घर में जाकर बाढ़ में फंसे पीड़ितों की तलाश कर रहे हैं।
मदद करने के लिए 20 मिलियन अमेरिकी डॉलर फंड इकट्ठा किए गए
सरकार ने कहा है कि प्रभावितों की मदद करने के लिए 20 मिलियन अमेरिकी डॉलर फंड इकट्ठा किए गए हैं। जापान पर आए इस प्राकृतिक आपदा को देखते हुए सोमवार को शिजो एबी ने अपने चार दिवसीय विदेश दौरे को रद कर दिया।
नदियां खतरे के निशान से ऊपर
हिरोशिमा में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है जिसके बाद वहां से लोगों को निकाल लिया गया है। इन इलाकों को हाइ अलर्ट पर रखा गया है। अधिकारियों का कहना है कि प्रभावितों को इमरजेंसी फूड औऱ पानी दिया जा रहा है। नाव और हवाई जहाज के माध्यम से उन तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। प्रभावित इलाकों को रिकवर करने में अभी लंबा समय लगेगा।