जापान: आपदाओं के दस साल पूरे, राष्ट्रपति ने मौन रख दी श्रद्धांंजलि
दस साल पहले जापान में आए भूकंप व सुनामी के कारण मरने वालों को आज याद किया गया। राष्ट्रपति ने मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उस वक्त देश का उत्तर पश्चिमी इलाके का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ था ।
टोक्यो, एपी। भूकंप, सुनामी और परमाणु आपदा ने आज से दस साल पहले जापान में तबाही मचाई थी। गुरुवार को जापान उस दर्द को दसवीं बरसी पर याद कर रहा है। उस वक्त देश का उत्तर पश्चिमी इलाके का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ था इसका असर आज भी लोगों की जिंदगी पर दिख रहा है। लोगों ने अपने रिश्तेदारों के कब्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर टोक्यो स्थित स्मारक पर यहां के सम्राट नारुहितो (Emperor Naruhito) और प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने मौन रह कर आपदा के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बता दें कि जापान दुनिया में एक ऐसे क्षेत्र में स्थित है जहां लगभग हर दिन भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। 11 मार्च 2011 को जापान में 9 की तीव्रता वाले भीषण भूकंप और समुद्र में उठे प्रलयंकारी सुनामी के कारण भारी तबाही हुई। इसी दौरान फुकुशिमा परमाणु आपदा (Fukushima nuclear disaster) भी आ गई। इससे जापान को दोहरी मार का सामना करना पड़ा।
जापान में प्रशांत तट पर तोहोकू के पास समुद्र में रिक्टर पैमाने पर 9 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद सुनामी ने भयंकर तबाही मचाई और 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत के साथ ही संपत्ति का भारी नुकसान हुआ। यह जापान के इतिहास का अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप था।
बता दें कि दो सप्ताह बाद फुकुशिमा से ओलंपिक मशाल की दौर शुरू होगी। यह जुलाई में आयोजित होने वाली टोक्यो समर गेम्स है जो पिछले साल कोरोना की वजह से टल गई थी। सुगा ने कहा कि ओलंपिक से आपदा प्रभावित जापान के बेहतर हालात का पता चलेगा। साथ ही यह महामारी पर मानवीय जीत की गवाही देगा। उन्होंने कहा, 'हम अभी आपदा के बाद पुर्ननिर्माण के अंतिम चरण में हैं।' उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि अभी भी कुछ लोग महामारी कोविड-19 की आपदा की पीड़ा झेलने को मजबूर हैं। वहीं क्योटो (Kyoto), पश्चिमी जापान (western Japan) में इमरजेंसी ड्रिल आयोजित किए गए।