जानिए, किन देशों में आत्महत्या बनी बड़ी समस्या, यहां की सरकारों ने रोकने के लिए उठाए ये कदम
जापान और ब्रिटेन में आत्महत्या वहां की सरकारों के लिए चिंता का सबब बन गई है। इन मुल्कों में आत्महत्या एक बड़ी सामाजिक समस्या के रूप में उभर कर सामने आई है। खासकर कोरोना महामारी के दौरान आत्महत्या की प्रवृत्ति में तेजी से इजाफा हुआ है।
टोक्यो, एजेंसी। जापान और ब्रिटेन में आत्महत्या वहां की सरकारों के लिए चिंता का सबब बन गई है। इन मुल्कों में आत्महत्या एक बड़ी सामाजिक समस्या के रूप में उभर कर सामने आई है। खासकर कोरोना महामारी के दौरान आत्महत्या की प्रवृत्ति में तेजी से इजाफा हुआ है। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि इन देशों में अकेलेपन से निपटने के लिए मंत्रालय का गठन किया गया। इस मंत्रालय का मकसद आत्महत्या को रोकने के अकेलेपन से निपटने के लिए कदम उठाएगी।
आत्महत्या को रोकने के लिए जापान में नया मंत्रालय
- जापान में आत्महत्या के बढ़ते मामलों के चलते एक नया मंत्रालय बनाया गया है। यह कदम देश में आत्महत्या की दर बढ़ने पर उठाया गया है। जापान में 11 वर्षो बाद पहली बार कोरोना महामारी के दौरान आत्महत्या की दर बढ़ी है।
- द जापान टाइम्स अखबार के अनुसार, प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने इसी माह अपनी कैबिनेट में अकेलेपन मामलों के एक मंत्री को शामिल किया है। सुगा ने तेत्सुशी साकामोतो को यह जिम्मा सौंपा है। इसके साथ ही वह देश में जन्मदर में आ रही गिरावट से भी मुकाबला करेंगे।
- साकामोतो ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री सुगा ने मुझे महामारी के दौर में महिलाओं में बढ़ी आत्महत्या की दर समेत राष्ट्रीय मसलों से निपटने के लिए नियुक्त किया है। मैं सामाजिक अकेलेपन को दूरे करने और लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने वाली गतिविधियों पर काम करूंगा।
- एक रिपोर्ट के अनुसार, जापान में गत वर्ष करीब सात हजार महिलाओं ने आत्महत्या की थी। यह संख्या वर्ष 2019 की तुलना में 15 फीसद अधिक थी। यहां गत वर्ष अक्टूबर में 2,153 लोगों ने आत्महत्या की थी, जबकि 1,765 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी।
तात्सुशी सकामोतो बने लोन्लीनेस के मंत्री
जापानी प्रधानमंत्री सुगा ने मंत्री तात्सुशी सकामोतो को इसकी जिम्मेदारी दी है। सकामोतो को मिनिस्टर ऑफ लोन्लीनेस (Minister of Loneliness) का अलग प्रभार दिया गया है। मंत्री बने तात्सुशी सकामोतो के पास पहले से देश की गिरती जन्म दर का मुकाबला करने और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्थाओं को पुनर्जीवित करने का प्रभार है। सकामोतो ने कहा कि प्रधानमंत्री सुगा ने इसे एक राष्ट्रीय समस्या माना है। इस समस्या के समाधान की जिम्मेदारी मुझे दी है। मुझे महामारी के तहत महिलाओं की बढ़ती आत्महत्या दर के मुद्दे को हल करने के लिए नियुक्त किया गया है।
जानें, आत्महत्या की बड़ी वजह
देश में खुदकुशी के पीछे अकेलापन और सामाजिक अलगाव प्रमुख कारण रहा है। हालांकि, कोरोना महामारी से उपजे अकेलापन ने स्थिति को और खराब कर दिया है। साल 2020 में कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए थे। इसकी वजह से देश में सोशल गैदरिंग को भी बैन कर दिया गया था। कोरोना महामारी के दौरान किशोरों में अकेलेपन की समस्या बढ़ी है। किशोरों में अत्यधिक इंटरनेट उपयोग करने की वजह से ऐसा हो रहा है। एक अध्ययन में इसका खुलासा हुआ है। लंबे समय तक ऑनलाइन रहने के कारण वे इसके शिकार हो रहे हैं। अध्ययन में कुल 1,750 किशोरों को शामिल किया था। इसमें 16, 17 और 18 वर्ष की उम्र के लोगों को शामिल किया गया था। इनमें अधिकांश लोगों ने इंटरनेट पर काफी समय खर्च किया था। अध्ययन को बाल विकास पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।
ब्रिटेन में भी है ऐसा मंत्रालय
ब्रिटेन में भी अकेलेपन की समस्या से निपटने के लिए मंत्रालय बनाया गया है। ब्रिटेन यह मंत्रालय बनाने वाला पहला देश है। उसने वर्ष 2018 में इस मंत्रालय का गठन किया था।