जापान में कोरोना के साथ कदमताल करते दिखे नागरिक, कार्य संस्कृति में आया बदलाव
लंबे अरसे बाद टोक्यो के निवासियों ने राहत की सांस ली। लोगों ने शारीरिक दूरी की मर्यादा का पालन करते हुए कोरोना वायरस के साथ कदमताल करने का अभ्यास किया।
टोक्यो, एजेंसी। जापान में एक दिन पूर्व देश में लगे प्रतिबंधों के हटाने के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकले। लंबे अरसे बाद टोक्यो के निवासियों ने राहत की सांस ली। लोगों ने शारीरिक दूरी की मर्यादा का पालन करते हुए कोरोना वायरस के साथ कदमताल करने का अभ्यास किया। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने सोमवार को देश में करीब 16,600 संक्रमण के कुल मामलों की पुष्टि करते हुए प्रबंधन की जीत का दावा किया। इसके साथ ही सोमवार को राजधानी टोक्यो और चार शेष प्रान्तों से आपातकाल को हटा दिया गया। बता दें कि अन्य देशों में सख्त लॉकडाउन के विपरीत जापान में प्रतिबंधों के बावजूद व्यवसायों को बंद करने के लिए मजबूर नहीं किया गया और कुछ को आपातकाल हटाए जाने से पहले ही फिर से खोल दिया गया था। आइए जानते हैं कि प्रतिबंधों के बाद जापान की जीवन शैली में किस तरह का बदलाव आया। लोगों की सोच में किस तरह से परिवर्तित हुई।
सड़कों पर भीड़ सामान्य से अधिक, चिंतित हुए अफसर
जापान में सात हफ्तों के सीमित प्रतिबंधों में ढील मिलते ही कई लोग अपने काम पर लौटते हुए देखे गए। लेकिन सड़कों पर चलते हुए उन्होंने शारीरिक दूरी के नियमों का कठोरता से पालन किया। सभी लोगों के चेहरों पर मास्क था। सड़कों पर भीड़ सामान्य से अधिक दिखी। टोक्यो के 45 वर्षीय एक अफसर नाओटो फुरुकी ने कहा कि उनकी सुबह की भीड़ सामान्य से अधिक थी, जो थोड़ा अस्थिर थी। उन्होंने कहा कि मैं अभी भी थोड़ा चिंतित हूं। महामारी की एक दूसरी लहर दस्तक दे सकती है, इसलिए हमें अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है।
स्कूल खुलने पर गवर्नन ने किया आगाह
जापान में अगले सप्ताह कई स्कूलों में एहतियात के तौर पर स्कूल जाने के लिए निर्धारित किया गया। इसके बाद टोक्यो के गवर्नर युरिको कोइक ने कोरोना वायरस की चेतावनी जारी करना पड़ा। उन्होंने कहा स्कूलों का खुलना घातक हो सकता है। गवर्नन ने कहा कि जब तक कोरोना वायरस का उपचार या टीका नहीं खोज लिया जाता तब तक यह चौंकाने वाला घातक परिणाम दे सकता है।
कोरोना महामारी ने नई कार्य संस्कृति को जन्म दिया
हिताची के कार्यकारी अधिकारी हिडेनोबू नकहाटा ने संवाददाताओं से कहा इन प्रतिबंधों के बावजूद हमने अपनी कार्य क्षमता को प्रभावित नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि हम अपनी पुरानी कार्य पद्धति की ओर नहीं लौट सकते। प्रतिबंधों के बीच हम लोगों ने एक नई बेहतर कार्य पद्धति का अभ्यास किया है। इस दौरान घर से कामकाज का नया मानक बनाया गया है। इस दौराना लोगों ने एक नई कार्य संस्कृति को जन्म दिया है। बैंक ऑफ जापान के गवर्नर हारुहिको कुरोदा ने कहा कोरोना महामारी देशों के औद्योगिक ढांचे और लोगों के व्यवहार को बदल सकता है।
कई कंपनियों से घर से काम करने की इजाजत
इलेक्ट्रॉनिक्स की दिग्गज कंपनी सोनी कॉर्प ने कहा कि वह जून में अपने कर्मचारियों की संख्या का केवल 30 फीसद ही कार्यालय में वापस आने देगी, जबकि हिताची लिमिटेड ने कहा कि कंपनी के आधे कर्मचारी घर से काम करेंगे। जापान की कई कंपनियों ने इस बात पर सहमति जताई है कि कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की इजाजत होगी। लोग घरों से काम करते रहेंगे। उधर, रेलवे ने भी भीड़भाड़ से बचने के यत्न किए हैं। रेलवे ऑपरेटर ओडाक्यू इलेक्ट्रिक रेलवे ने कहा कि यात्रियों की भीड़ वाली ट्रेनों से बचने में मदद करने के लिए उपयोग डेटा जारी करेगा।