चीन में उइगर के खिलाफ हो रहे जुर्म की जानकारी साझा करेगा जापान, 'फाइव आइज' गठबंधन में शामिल होने के संकेत
फाइव आइज पांच देशों को एक प्रभावशाली नेटवर्क है। इसमें आस्ट्रेलिया ब्रिटेन कनाडा न्यूजीलैंड और अमेरिका शामिल है। अब इसमें जापान भी शामिल होने के संकेत दिए हैं। उत्तर कोरिया और चीन के बढ़ते खतरे के मद्देनजर ये पांच मुल्क एक दूसरे को अपनी जानकारी साझा करते हैं।
टोक्यो, एजेंसी। चीन में उइगर मुस्लमानों पर हो रहे अत्याचार की निगरानी के लिए जापान ने 'फाइव आइज' के पांच देशों वाले गठबंधन ('Five Eyes' intelligence-sharing alliance) में शामिल होने के संकेत दिए हैं। वह अमेरिका और ब्रिटेन को उइगर मुस्लमानों के बारे में जानकारी साझा करेगा। दरअसल, फाइव आइज पांच देशों को एक प्रभावशाली नेटवर्क है। इसमें आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, न्यूजीलैंड और अमेरिका शामिल है। अब इसमें जापान भी शामिल होने के संकेत दिए हैं। उत्तर कोरिया और चीन के बढ़ते खतरे के मद्देनजर ये पांच मुल्क एक दूसरे को अपनी जानकारी साझा करते हैं। जापान ने सोमवार को यह खुलासा किया कि चीन में उइगर मुस्लमानों के बलपूर्वक बंदी बनाए जाने पर पिछले साल अमेरिका और ब्रिटेन को जानकारी मुहैया कराई थी।
2019 में उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने दावा किया था कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने उइगर सहित एक लाख से अधिक चीनी मुस्लिमों को नजरबंद शिविरों में कैद किया है, जहां वे चारों ओर ब्रेनवॉश कर रहे हैं। अमेरिका के साथ-साथ ब्रिटेन ने शिनजियांग के स्वायत्त क्षेत्र में उइगरों पर चीन की कड़ी कार्रवाई के खिलाफ अपनी आलोचना की थी। जापान से मिली जानकारी के आधार पर ट्रंप प्रशासन ने उइगरों के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए बीजिंग पर प्रतिबंधों की एक श्रृंखला रखी है। इसके तहत चीनी अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध भी शामिल है।