जापान में टोक्यो समेत 6 प्रांतों में इमर्जेंसी, प्रधानमंत्री का जनता से अनुरोध- पैनिक न हों
कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए संकट को देखते हुए जापान के 6 प्रांतों में इमर्जेंसी लागू किया गया है।
टोक्यो, रायटर्स। कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए जापान में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया। देश के प्रधानमंत्री शिंजो एबी (Shinzo Abe) ने टोक्यो, ओसाका समेत पांच प्रांतों में इमर्जेंसी का ऐलान कर दिया। साथ ही प्रधानमंत्री ने देश की जनता को आश्वासन दिया कि इमर्जेंसी लागू होने से जरूरी सामानों की खरीद फरोख्त प्रभावित नहीं होगी इसलिए पैनिक न हों।
टोक्यो, ओसाका, हायोगो, फुकुओका, चीबा, कानागवा और सैतामा में लोगों को प्रधानमंत्री ने एहतियात बरतने को कहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को ग्रॉसरी की शॉपिंग, और अस्पतालों में जाने की छूट होगी। कृषि व वन मंत्री टाकू इटो (Taku Eto) ने दुकानदारों को शांत रहने को कहा। उन्होंने कहा, ‘हम लोगों को कह रहे हैं कि केवल जरूरत के अनुसार ही सामान खरीदें क्योंकि सप्लाई प्रभावित नहीं होगी। अनाजों के आयात पर कोई फर्क नहीं होगा। 25 मार्च को टोक्यो के गर्वनर ने लोगों से गैरजरूरी यात्रा करने से मना किया।
25 मार्च को टोक्यो के गर्वनर ने लोगों से गैरजरूरी यात्रा करने से मना किया। फूड इंडस्ट्री के अनुसार, घर से काम करने की छूट मिलने के बाद खाद्य सामग्रियों की बिक्री में बढ़त हुई है विशेषकर फ्रोजन व रेडीमेड खानों की। इंडस्ट्री एसोसिएशन, जापान फ्रोजन फूड एसोसिएशन, जापान-पास्ता एसोसिएशन व जापान डेयरी एसोसिएशन ने कहा है कि सामान्य प्रोडक्यान जारी रहेगा। खाद्य सामग्रियों के लिए जापान अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील और अर्जेंटीना पर निर्भर है।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने यह फैसला देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में आए तेजी को देखते हुए लिया है। एबी ने मंगलवार को कहा, ‘ऐसे हालात बन रहे हैं जो लोगों के जीवन और अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर रहे हैं।’ उन्होंने टोक्यो और ओसाका जैसे इलाकों में संक्रमण मामले में आई तेजी के कारण इमरजेंसी के फैसले के बारे में पहले ही बता दिया था। इसके तहत प्रभावित क्षेत्रों के गर्वनरों को लोगों से घरों में रहने तथा उद्यमों से संस्थान बंद करने का अधिकार देगी।