कोरोना वायरस के लिए जापान में एंटी-फ्लू ड्रग ‘Avigan’ का ट्रायल शुरू
फ्यूजीफिल्म की ओर से जापान में कोरोना वायरस के इलाज के लिए नई दवा Avigan का इस्तेमाल किया जा रहा है।
टोक्यो, एएफपी। जापान की फ्यूजीफिल्म (Fujifilm) ने देश में कोरोना वायरस के मरीजों पर अपने एंटी-फ्लू ड्रग एविगन (Avigan) का इस्तेमाल करना शुरू किया है। चीन में इस दवा के अच्छे परिणाम के रिपोर्ट आने के बाद ही जापानी कंपनी फ्यूजीफिल्म ने ऐसा कदम उठाया है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया, 'जून के अंत तक इस दवा का ट्रायल 100 मरीजों पर किया जाएगा।'
चीन में इस दवा के ट्रायल के बाद आई रिपोर्टों से पता चलता है कि Avigan के जरिए कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की प्रक्रिया में लगने वाला समय कम हो सकता है। कंपनी के प्रवक्ता ने एएफपी को बताया, ‘इस दवा का ट्रायल जून के अंत तक 100 मरीजों पर किया जाएगा।’ उन्होंने आगे कहा कि हम डाटा एकत्रित कर उसका विश्लेषण करेंगे और उसके बाद मंजूरी के लिए भेजेंगे।
कंपनी के प्रवक्ता ने एएफपी को बताया, ‘इस दवा का ट्रायल जून के अंत तक 100 मरीजों पर किया जाएगा।’ उन्होंने आगे कहा कि हम डाटा एकत्रित कर उसका विश्लेषण करेंगे और उसके बाद मंजूरी के लिए भेजेंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि हल्के न्यूमोनिया वाले कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों पर इस ड्रग का इस्तेमाल किया जाएगा। इन मरीजों की उम्र 20-74 साल के बीच की होगी। इस अध्ययन में गर्भवती महिलाओं को नहीं रखा गया है क्योंकि जानवरों पर इस्तेमाल के दौरान साइड इफेक्ट्स देखने को मिले थे।
प्रधानमंत्री शिंजो एबी (Prime Minister Shinzo Abe) ने शनिवार को कहा कि सरकार औपचारिक तौर पर कोरोना वायरस के इलाज के लिए इस ड्रग Avigan को मंजूरी देने की जरूरी प्रक्रिया को शुरू करेगी। इसके बाद ही तीसरे फेज के ट्रायल की प्रक्रिया की शुरुआत हुई। चीन ने पहले ही Avigan के मुख्य तत्व favipiravir के क्लिनिकल ट्रायल को पूरा कर लिया। यह जानकारी देश के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने पिछले माह दी।
देश में किए गए दो ट्रायल से पता चलता है कि मरीजों के स्वस्थ होने की प्रक्रिया में लगने वाला समय कम हो गया, लेकिन फ्यूजीफिल्म इन प्रोग्राम में शामिल नहीं था। फ्लू के लिए एंटीवायरल ड्रग के तौर पर Avigan के निर्माण व बिक्री के लिए फिलहाल जापान ने मंजूरी दे दी है।
फ्यूजीफिल्म ने ट्रायल का ऐलान करते हुए कहा, ‘Avigan में एंटीवायरल गुण हैं जो नए कोरोना वायरस को खत्म करने में प्रभावी हो सकता है।’ एंटी मलेरिया व एंटी एचआइवी दवाओं पर फोकस करते हुए दुनिया भर की कंपनियां और रिसर्चर नए कोरोना वायरस के लिए इलाज को पता करने में जुटे हैं।
फ्रांस व चीन में शुरुआती अध्ययन के अनुसार, मलेरिया के लिए इलाज में आने वाली दवाएं- हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) व क्लोरोक्वीन (chloroquine) भी कोरोना से लड़ने में असरकारक सिद्ध हुए। लेकिन विशेषज्ञों ने आग्रह किया कि जब तक बड़े स्तर पर इसके असर को साबित न किया जाए तबतक एहतियात बरतना चाहिए।
एएफपी के द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार, दुनिया भर में 42,000 लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन दुनिया भर के मेडिकल रिसर्चर भी इस वायरस के लिए वैक्सीन बनाने की तैयारी कर रहे हैं।