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सुराबाया मुख्यालय हमला: बड़े आतंकी हमले की फिराक में था आत्मघाती हमलावर, घर से मिले 54 बम

आतंकी विरोधी दल ने आत्मघाती हमलावर त्रि मुरशनो के घर पर छापा मारा, जिसमें उन्हें 54 पाइप बम मिले हैं।

By Arti YadavEdited By: Published: Wed, 16 May 2018 12:32 PM (IST)Updated: Wed, 16 May 2018 12:32 PM (IST)
सुराबाया मुख्यालय हमला: बड़े आतंकी हमले की फिराक में था आत्मघाती हमलावर, घर से मिले 54 बम
सुराबाया मुख्यालय हमला: बड़े आतंकी हमले की फिराक में था आत्मघाती हमलावर, घर से मिले 54 बम

सुराबाया (एएनआइ)। इंडोनेशिया से एक के बाद एक आतंकी हमलों की खबरें आ रही हैं। इसी बीच 15 मई को राष्ट्रीय पुलिस की 88 आतंकी विरोधी दल ने आत्मघाती हमलावर त्रि मुरशनो के घर पर छापा मारा, जिसमें उन्हें 54 पाइप बम मिले हैं। बता दें कि मुरशनो वह व्यक्ति है जिसने अपने परिवार के साथ 14 मई को सुराबाया पुलिस मुख्यालय पर आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था। पुलिस के मुताबिक मुरशनो किसी बड़े हमले की फिराक में था।

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सुराबाया पुलिस प्रमुख सीनियर कॉमरेड रूडी सेतियावान ने कहा कि यह बम घर पर ही बनाए गए थे। बम सक्रिय और विस्फोट के लिए तैयार थे। जकार्ता के मुताबिक रूडी ने कहा, 'हमको घर से कई सक्रिय बम मिले हैं। उन 54 बमों को निष्क्रिय किया जा रहा है। बमों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमलावर किसी बड़े हमले की फिराक में था' पुलिस के मुताबिक मुरशनो अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ पुलिस मुख्यालय पर आत्मघाती हमला करने आया था। इस हमले में एक आठ साल की बच्ची बच गई, उसके मां-बाप और दो भाइयों की मौत हो गई थी। बच्ची को हमले में चोटें आई हैं, जिसका अस्पताल में इलाज करवाया जा रहा है।

सोमवार को पुलिस हेडक्वार्टर हुए हमले में दो मोटरसाइिकल पर पांच लोग सवार होकर आए थे, सभी एक ही परिवार के सदस्य थे। इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे। पुलिस का कहना है कि मुरशनो और उसकी पत्नी के इंडोनेशिया के इस्लामी राज्य इराक और सीरियाका समर्थन करने वाले एक आतंकी समूह जमाह अंशुत दौलाह से संबंध थे।

इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ग्रुप ने ली थी, लेकिन उन्होंने अपने दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं दिया था। पुलिस हेडक्वार्टर पर हुए इस हमले को आइएसआइएस की एजेंसी अमाक ने शहादत का नाम दिया था। माना जा रहा है कि आइएस ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि दक्षिण-पूर्व एशिया में उसका आतंक बना रहे।

तीन महीने में होने हैं एशियाइ खेल

इंडोनेशिया में अभी तीन महीने बाद ही एशियाइ खेल होने हैं। ऐसे में एक बार फिर से इंडोनेशिया में आतंकी हमलों का सिलसिला चिंतनीय है। हालांकि इससे पहले इंडोनेशिया ने काफी बड़े आतंकी हमले देखे हैं। साल 2002 में इस्लामिक कट्टरपंथियों ने बाली में बम धमाके किए थे। करीब 200 लोग मारे गए थे। जिनमें से ज्यादातर विदेशी पर्यटक थे।


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