इंडोनेशिया में सांसों पर भारी पड़ी ऑक्सीजन की कमी, सरकार ने इंडस्ट्री से उत्पादन बढ़ाने को कहा
इंडोनेशिया में जहां पर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं वहीं यहां पर ऑक्सीजन की कमी के चलते शनिवार को 63 लोगों ने दम तोड़ दिया। सरकार ने हालात पर काबू पाने के लिए इंडस्ट्री से इसका उत्पादन बढ़ाने को कहा है।
बाली (एएफपी)। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में जिस तरह से भारत में ऑक्सीजन की कमी महसूस की जा रही थी उसी तरह की कमी अब इंडोनेशिया में महसूस की जा रही है। यहां पर अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता न होने की वजह से शनिवार को 63 लोगों की जान चली गई थी। इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले सप्ताह से ही देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। जॉन हॉपकिंस कोरोना वायरस रिसोर्स सेंटर के मुताबिक देश में पिछले सप्ताह 3298 रिकॉर्ड मौत हुई हैं।
योग्याकार्ता शहर के डॉक्टर सारजितो जनरल अस्पताल के प्रवक्ता के मुताबिक, ऑक्सीजन की सप्लाई न होने की वजह से शनिवार को यहां पर 33 लोगों ने दम तोड़ दिया था। प्रवक्ता के मुताबिक, इन सभी की हालत काफी खराब थी। प्रवक्ता ने ये भी बताया है कि रविवार तड़के अस्पताल को 15 टन ऑक्सीजन की सप्लाई करने के बाद हालात पर काबू पा लिया गया था। अस्पताल के प्रवक्ता का कहना है कि सरकार को हालात के बारे में पूरी जानकारी दे दी गई थी। साथ ही दूसरे अस्पतालों से भी ऑक्सीजन की सप्लाई करने की अपील की गई थी। इसके बाद अस्पताल को 100 सिलेंडर स्थानीय पुलिस की तरफ से मुहैया करवाए गए थे।
बता दें कि रविवार को देश भर में कोरोना संक्रमित 555 मरीजों ने दम तोड़ दिया था। महामारी की शुरुआत से अब तक ये सबसे बड़ी संख्या है। जावा में डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते खतरे ने भी चिंता बढ़ा दी है। ऑक्सीजन की कमी की वजह से इसके दामों में भी जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। ऑक्सीजन की सप्लाई में आई गिरावट की वजह से इसकी कीमत भी दोगुनी हो गई है।
जकार्ता हेल्थ एजेंसी के अधिकारी ने कहा है कि ऑक्सीजन की उपलब्धता में आई गिरावट अस्थायी है, जिसको जल्द ही सही कर दिया जाएगा। जकार्ता में सरकार की तरफ से बताया गया है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक होने वाले अंतिम संस्कार की संख्या में तेजी आई है। शनिवार को 392 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था। जावा में हालात को देखते हुए हेल्थ इमरजेंसी लगाई गई है।
देश के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाने को कहा गया है। मंत्रालय के अधिकारी सिती नादिया तारमिजी ने लोगों से इसका स्टॉक जमा न करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि इससे दूसरों की जान पर संकट आ सकता है। सरकार की तरफ इंडस्ट्री से कहा गया है कि वो 800 टन ऑक्सीजन की सप्लाई हर रोज प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करें। सरकार के मुताबिक, इंडोनेशिया में हर रोज 225000 टन ऑक्सजीन उत्पादन हर वर्ष होता है।
गौरतलब है कि जावा इंडोनेशिया का सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। यहां पर जून से ही टैंटों में अस्थायी तौर पर अस्पताल काम कर रहे हैं। इनमें ही आईसीयू भी काम कर रहा है। यहां पर मरीजों को भर्ती के लिए इंतजार तक करना पड़ रहा है। मंगलवार को इंडोनेशिया ने केवल उन्हीं विदेशियों को देश में घुसने की इजाजत दी है, जिन्हें वैक्सीन की दोनों खुराक मिल चुकी हैं। उन्हें भी आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी जरूरी होगी। इसके अलावा यहां पर आने वाले लोगों को 8 दिन क्वारंटीन में गुजारने होंगे।
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण मामलों में इंडोनेशिया विश्व में 16वें स्थान पर आता है। यहां पर कोरोना संक्रमण के अब तक 2284084 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 295228 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा 60582 मौत भी यहां पर हो चुकी हैं। इसके अलावा 1928274 मरीज ठीक भी हुए हैं।