Move to Jagran APP

भूकंप के तेज झटकों से दहला इंडोनेशिया, महिला की मौत, 160 से ज्यादा घर ध्वस्त

अधिकारियों के मुताबिक दक्षिण हलमहेरा भूकंप के केंद्र के सबसे निकट था जिसकी वजह से यहां काफी नुकसान हुआ है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 11:23 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2019 11:28 AM (IST)
भूकंप के तेज झटकों से दहला इंडोनेशिया, महिला की मौत, 160 से ज्यादा घर ध्वस्त
भूकंप के तेज झटकों से दहला इंडोनेशिया, महिला की मौत, 160 से ज्यादा घर ध्वस्त

जकार्ता, एएफपी। इंडोनेशिया में रविवार को आए 7.3 की तीव्राता वाले भूकंप में एक महिला की मौत हो गई है। अधिकारियों के मुताबिक पूर्वी इंडोनेशिया के मालुकु द्वीप में आए जोरदार भूकंप के बाद सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

loksabha election banner

अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केंद्र उत्तरी मालुकु प्रांत के टर्नेट शहर से लगभग 165 किलोमीटर की दूरी पर था। भूकंप स्थानीय समय अनुसार 6.28 बजे आया। अधिकारियों के मुताबिक दक्षिण हलमहेरा भूकंप के केंद्र के सबसे निकट था, जिसकी वजह से यहां काफी नुकसान हुआ है।

भूकंप की वजह से यहा एक महिला की मौत हो गई, जबकि लगभग 160 घर ढह गए। स्थानीय आपदा शमन विभाग के मुताबिक महिला की मौत मलबे में दबने की वजह से हुई। अभी भी सैकड़ों लोग स्कूलों और सरकारी भवनों में आश्रय लिए हुए हैं। भूकंप के बाद आने वाले झटकों की वजह से लोग अभी भी अपने घरों में लौटने को तैयार नहीं हैं। इंडोनेशियाई मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को आए भूकंप के बाद से अबतक लगभग 52 बार भूकंप के आफ्टरशॉक्स महसूस किया गया है। राज्य सरकार के अधिकारी लोगों को लगातार खाने के पैकेट मुहैया करा रहे हैं।

बता दें कि पिछले हफ्ते भी इंडोनेशिया के उत्तरी मालुकु प्रांत में 6.9 की तीव्रता काभूकंप आया था, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं हुआ था। रिंग ऑफ फायर के उपर होने की वजह से इंडोनेशिया में लगातार भूकंप आते रहते हैं। रिंग ऑफ फायर उस जगह को कहते हगैं जहां टेक्टोनिक प्लेट आपस में टकराती हैं।

गौरतलब है कि पिछले साल सुलावेसी द्वीप पर 7.5 तीव्रता का भूकंप की वजह से सूनामी आई थी। इस दौरान 2,200 से अधिक लोगों की जान चली गई, जबकि एक हजार लोग लापता हो गए। 26 दिसंबर 2004 को सुमात्रा के तट पर 9.1 की तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप की वजह से सुनामी आई थी। सुनामी की वजह से हिंद महासागर क्षेत्र में 2 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे। अकेले इंडोनेशिया में लगभग 1 लाख 70 हजार लोगों की मौत हो गई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.