कोरोना संक्रमण के मामलों में इंडोनेशिया अगला भारत होने के कगार पर
इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्री की कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से चिंता बढ़ गई हैं। इंडोनेशिया में कोरोना वायरस में तेजी से फैलता जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इंडोनेशिया अगला भारत हो सकता है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 47899 नए मिले।
जकार्ता, रायटर। इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्री की कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से चिंता बढ़ गई हैं। इंडोनेशिया में कोरोना वायरस में तेजी से फैलता जा रहा है। इंडोनेशिया कोविड-19 संचरण की गति को धीमा करने के लिए संघर्ष कर रहा है। रोकथाम उपायों के बावजूद पिछले 24 घंटों में कोरोना के 47,899 नए मामले सामने आए है। जो कुछ दिनों के दर्ज किए गए आकंड़ों में सबसे अधिक है।
स्वास्थ्य मंत्री बुडी गुनादी सादिकिन ने कहा कि भारत में पहली बार पहचाने गए डेल्टा संस्करण अब घनी आबादी वाले जावा द्वीप के 11 जगह पाए गए हैं। उन्होंने इस सप्ताह संसद को बताया कि सुमात्रा, पापुआ और कालीमंतन, या इंडोनेशियाई बोर्नियो के कुछ हिस्सों और पश्चिम पापुआ जैसे दूर-दराज के क्षेत्रों में डेल्टा संस्करण के मामले मिले है। हमें इस पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए।
पूर्वी नुसा तेंगारा में, पिछले तीन दिनों में कोरोना के मामले दोगुने से अधिक हो गए है, जबकि सुमात्रा के लैम्पुंग में 86 प्रतिशत, पूर्वी कालीमंतन में 85 प्रतिशत और पश्चिम पापुआ में 79 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। लैम्पुंग के एक महामारी विज्ञानी इस्मान मुख्तार ने कहा कि इंडोनेशिया की स्थिती बेहद संवेदनशील हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं की तत्काल आवश्यकता है, ताकी लोगों को बचाया जा सकें। लेकिन जो अधिक महत्वपूर्ण है वह कोरोना के संक्रमण को रोकना है। जावा अस्पतालों में हाल के हफ्तों में सैलाव आ गया है, जिसमें कई लोग इलाज कराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जून से अब तक आइसोलेशन में मरने वाले लोग 500 से ज्यादा है।
जैसा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इंडोनेशिया अगला भारत हो सकता है, जिसको देखते हुए सरकार क्षमता बढ़ाने और पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में जुट गई है। आपातकालीन प्रतिक्रिया की अगुवाई करने वाले वरिष्ठ मंत्री लुहुत बिनसर पंडजैतन ने बुधवार को कहा कि ऑक्सीजन की आपूर्ति अच्छी तरह से प्रबंधित की गई थी, सिंगापुर और चीन से 1,500 से अधिक ऑक्सीजन जनरेटर आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि 2,000 से अधिक नए स्नातक डॉक्टर और 20,000 नर्सों को जल्द ही अस्पतालों में तैनात किया जाएगा।