Move to Jagran APP

FATF Pak Visit: पाकिस्तान का दौरा कर आतंकवाद के विरुद्ध कदमों को परखेगी एफएटीएफ की टीम

एफएटीएफ की ग्रे-लिस्ट में होने की वजह से किसी भी देश के लिए वित्तीय लेन-देन कठिन हो जाता है। एफएटीएफ की टीम के दौरे के मद्देनजर विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार ने पिछले हफ्ते विदेश कार्यालय में एक बैठक की थी।

By Amit SinghEdited By: Published: Wed, 17 Aug 2022 04:30 AM (IST)Updated: Wed, 17 Aug 2022 04:30 AM (IST)
FATF Pak Visit: पाकिस्तान का दौरा कर आतंकवाद के विरुद्ध कदमों को परखेगी एफएटीएफ की टीम
आतंकवाद के विरुद्ध कदमों को पाक जाकर परखेगी एफएटीएफ की टीम

इस्लामाबाद, एजेंसियां: विश्वभर में मनी लांड्रिंग और आतंकवाद पर नजर रखने वाले एजेंसी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की टीम अगले महीने पाकिस्तान जाकर आतंकवाद के विरुद्ध उसके कदमों को परखेगी। इस दौरे के बाद ही पाकिस्तान के एफएटीएफ की ग्रे-लिस्ट से बाहर निकलने पर फैसला होगा।

loksabha election banner

पाकिस्तानी मीडिया ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि एफएटीएफ की अगली पूर्ण बैठक अक्टूबर में होनी है और इससे पहले उसकी टीम सितंबर में वहां का दौरा कर सकती है। इस बेहद महत्वपूर्ण दौरे से पहले पाकिस्तान में बैठकों का दौर जारी है और वह संबंधित अधिकारियों के साथ अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। उसके लिए सबसे बड़ी दिक्कत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से प्रतिबंधित आतंकियों के विरुद्ध अभियोजन है।

एफएटीएफ की ग्रे-लिस्ट में होने की वजह से किसी भी देश के लिए वित्तीय लेन-देन कठिन हो जाता है। एफएटीएफ की टीम के दौरे के मद्देनजर विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार ने पिछले हफ्ते विदेश कार्यालय में एक बैठक की थी। नेशनल एफएटीएफ को-आर्डिनेशन कमेटी को पाकिस्तान की मनी लांड्रिंग और आतंकवाद के वित्त पोषण के विरुद्ध व्यवस्था की प्रभावशीलता में सुधार करने के लिए हाल में उठाए गए कानूनी, नीतिगत और प्रशासनिक कदमों के बारे में विस्तार से बताया गया। इस बैठक में शीर्ष स्तर के कई अधिकारी शामिल हुए थे।

एफएटीएफ ने जून के महीने में कहा था कि पाकिस्तान उसकी ग्रे लिस्ट में बना रहेगा और इसे सूची से हटाने का अंतिम फैसला पेरिस स्थित निकाय द्वारा ऑन-साइट सत्यापन यात्रा के बाद लिया जाएगा। इस फैसले की घोषणा बर्लिन में एफएटीएफ पूर्ण सत्र के समापन के बाद की गई थी। यहां दुनिया भर की सरकारों, संयुक्त राष्ट्र और आईएमएफ सहित सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधियों ने मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। वहीं, मार्च के महीने में एफएटीएफ ने पाकिस्तान से मनी लॉन्ड्रिंग जांच में सहयोग करने के लिए कहा था। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.