अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की क्रमिक वापसी करे अमेरिका: चीन
इसके लिए आंतरिक और बाहरी ताकतों को एक ही दिशा में मिलकर काम करना होगा अन्यथा यह अनुत्पादक हो जाएगा और अफगानिस्तान मामले में अमेरिका सबसे बड़ी बाहरी ताकत है। चीन संकरे वाखान गलियारे के जरिये अफगानिस्तान के साथ सीमा साझा करता है।
बीजिंग, प्रेट्र। चीन ने गुरुवार को अमेरिका से कहा कि हिंसा में किसी तरह की बढ़ोतरी से बचने के लिए वह अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की क्रमिक वापसी करे। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि वह साल के अंत तक अपने सभी सैनिकों को अफगानिस्तान से वापस बुला लेंगे।अफगानिस्तान में स्थायी शांति लाने के लिए अमेरिका और तालिबान ने 29 फरवरी को दोहा में एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर भी किए थे।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि अफगानिस्तान बेहद जटिल मुद्दा है और इसे सुलझाना कठिन है। इसके लिए आंतरिक और बाहरी ताकतों को एक ही दिशा में मिलकर काम करना होगा अन्यथा यह अनुत्पादक हो जाएगा और अफगानिस्तान मामले में अमेरिका सबसे बड़ी बाहरी ताकत है। बता दें कि चीन संकरे वाखान गलियारे के जरिये अफगानिस्तान के साथ सीमा साझा करता है।
तालिबानी हमले में 20 सेना के जवानों की मौत
अफगानिस्तान में एक तरफ जहां शांति वार्ता जारी है तो दूसरी तरफ तालिबान का हमला भी जारी है। अफगानिस्तान की न्यूज एजेंसी टोलो न्यूज ने शुक्रवार को जानकारी दी कि गुरुवार शाम निमरोज प्रांत के खाशरोड जिला स्थित पुलिस चौकी पर तालिबानी हमले में करीब 20 सेना के जवान मारे गए। खाशरोड के जिला गर्वनर जलिल अहमद वतनदोस्त (Jalil Ahmad Watandost) ने कहा कि 6 सुरक्षा जवानों को तालिबान ने बंधक बना लिया है। हालांकि हमले की अधिक जानकारी उन्होंने नहीं दी।
इससे पहले अफगानिस्तान में बुधवार को वायुसेना के हमले में 12 तालिबानी ढेर हो गए हैं। अफगानिस्तान के ताखर में बुधवार रात को अफगान एयर फोर्स हमले में अनेक कमांडरों समेत 12 तालिबानी ढेर हो गए। यह जानकारी देश के रक्षा मंत्रालय ने दी है। अफगानिस्तान में दो दिन पहले तालिबानियों व सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई जिसमें अफगान के कई जवान मारे गए। इसके बाद बुधवार रात अफगानिस्तान की ओर से किए गए हवाई हमले में 12 तालिबानी ढेर हो गए।