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हांगकांग के हजारों प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका से लगाई मदद की गुहार, चेहरे पर लगाया मास्‍क

सोमवार को कई प्रदर्शनकारियों ने प्रतिबंध की अवहेलना करते हुए मुखौटे पहने। बता दें कि पांच अक्टूबर को आपातकालीन कानूनों को लागू किया गया।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Wed, 01 Jan 2020 03:16 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jan 2020 03:16 PM (IST)
हांगकांग के हजारों प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका से लगाई मदद की गुहार, चेहरे पर लगाया मास्‍क
हांगकांग के हजारों प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका से लगाई मदद की गुहार, चेहरे पर लगाया मास्‍क

हांगकांग, एजेंसी । हजारों लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं ने अमेरिका से मदद की गुहार लगाई है। सोमवार को कई प्रदर्शनकारियों ने प्रतिबंध की अवहेलना करते हुए मुखौटे पहने। बता दें कि पांच अक्टूबर को आपातकालीन कानूनों को लागू किया गया।  रैलियों में फेस मास्क पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। 

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गौरतलब है कि हांगकांग में आधी रात को नए साल के आगमन पर रैली निकाल रहे लोकतंत्र समर्थकों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। मोंग कोक में प्रदर्शनकारियों के एक छोटे समूह ने बैरीकेड में आग लगा दी, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इन लोगों की एक जनवरी को विशाल रैली निकालने की योजना है। यह शहर पिछले छह महीने से अशांति की चपेट में है। 

हांगकांग को लेकर चीन की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। करीब सात माह से लगातार जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शनों की बदौलत हांगकांग ही नहीं चीन की भी अर्थव्‍यवस्‍था पटरी से उतरती दिखाई दे रही है। वहीं अब प्रदर्शनकारियों ने चीन के खिलाफ एक जनवरी को बड़ी रैली आयोजित करने की घोषणा कर दी है। इसके अलावा हांगकांगवासियों में चीन के लोगों के प्रति नफरत भी बढ़ती जा रही है। यही वजह है कि यहां पर चीन के व्‍यवसायियों हांगकांग छोड़ो का नारा हर जगह गूंज रहा है। यह नारा चीन के लिए अब तक की सबसे बुरी स्थिति साबित हो रहा है। यह साफतौर पर हांगकांग में चीन सरकार और उसके मूल निवासियों के लिए पनप रही नफरत का सीधा संकेत दे रहा है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि हांगकांग में जारी प्रदर्शनों के बीच बड़ी संख्‍या में चीन के मूल नागरिक और चीनी छात्र यहां से जा चुके हैं।

इतना ही नहीं हांगकांग में हो रहे प्रदर्शनों के बाद अमेरिका में हांगकांग मानवाधिकार एवं लोकतंत्र अधिनियम, 2019 बिल (Hong Kong Human Rights and Democracy Act) कानून लागू कर दिया है। इसको लेकर भी बीजिंग बौखलाया हुआ है। इसके अलावा एक दूसर विधेयक के द्वारा हांगकांग पुलिस को आंसू गैस, काली मिर्च, रबर बुलेट के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनका इस्‍तेमाल हांगकांग पुलिस प्रदर्शनकारियों पर कर रही है। इन कदमों के बाद चीन के राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को फोन कर इस पर अपनी नाराजगी भी जाहिर की है। उनका कहना है कि ताइवान, हांगकांग, शिनजियांग और तिब्बत के बारे में अमेरिकी टिप्पणियां दोनों देशों के संबंधों को खराब कर रही हैं।


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