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ED vs Xiaomi: शाओमी पर हुई ईडी की कार्रवाई से बौखलाया ड्रैगन, भारत को ही देने लगा है नसीहत

चीन की मोबाइल कंपनी साओमी पर हई ईडी की कार्रवाई के बाद न सिर्फ कंपनी बल्कि चीन भी बौखलाया हुआ है। चीन की सरकार के मुखपत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स के जरिए कम्‍युनिस्‍ट सरकार ने भारत पर निशाना साधने की कोशिश की है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Mon, 09 May 2022 02:03 PM (IST)Updated: Mon, 09 May 2022 02:11 PM (IST)
ED vs Xiaomi: शाओमी पर हुई ईडी की कार्रवाई से बौखलाया ड्रैगन, भारत को ही देने लगा है नसीहत
साओमी पर कार्रवाई होती देख बौखलाया ड्रैगन

बीजिंग (रायटर)। चीन की स्‍वामित्‍व वाली मोबाइल कंपनी शाओमी पर हुई प्रवर्तन निदेशालय/ईडी (Enforcement Directorate) की कार्रवाई से चीन बौखलाया हुआ है। चीन ने अपने मुखपत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स के जरिए भारत पर इसको लेकर निशाना साधने की भी कोशिश की है। दरअसल, ग्‍लोबल टाइम्‍स में भारत को शाओमी कंंपनी के अधिकारियों द्वारा ईडी पर लगाए गए आरोपों पर घेरने की कोशिश की है। इसमें कहा गया है कि भारत को अधिकारियों के साथ दुर्व्‍यवहार नहीं करना चाहिए था, इसको रोका जाना चाहिए। बता दें कि साओमी कंपनी ने ईडी पर आरोप लगाया है कि उन्‍होंने जांच के दौरान उनके साथ दुर्व्‍यवहार किया और मारपीट की। इतना ही नहीं, कंपनी के शीर्ष पदाधिकारी ने कोर्ट में कहा है कि पूछताछ के दौरान उन्‍हें धमकी तक दी गई। 

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हालांकि, ईडी ने शाओमी कंपनी द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। जांच एजेंसी का कहना है कि मोबाइल कंपनी ने इस तरह के आरोप बड़ी चतुराई के साथ लगाए हैं। ग्‍लोबल टाइम्‍स के रविवार संस्‍करण में प्रकाशित ओपेनियन में इस पूरे प्रकरण को लेकर भारत को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की गई है। इसमें ये भी कहा गया है कि भारत को चीन की कंपनियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई को रोकना चाहिए। इस ओपेनियन में यहां तक कहा गया है कि इस तरह की कार्रवाई ये दर्शाती है कि भारत जानबूझकर चीन समेत दूसरी विदेशी कंपनियों के खिलाफ शिकंजा कस रहा है। इस तरह की कार्रवाई दोनों देशों के संबंधों पर प्रतिकूल असर डाल सकती है।  

ग्‍लोबल टाइम्‍स में प्रकाशित ओपिनियन में भारत को सलाह देते हुए कहा गया है कि भारत को चीन के निवेशकों के साथ संबंधों को मजबूत करने और आपसी संवाद को बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए, जिससे संबंध मधुर बने रह सकें। अखबार में छपे ओपिनियन के मुताबिक, वर्ष 2020 में भारत-चीन सीमा पर उभरे तनाव के बावजूद कई सारी चीन की कंपनियां निवेश करने और बढ़ाने की जद्दोजहद में लगी हैं। इसमें चीन के कई ऐप पर लगे प्रतिबंधों के बाबत कहा गया है कि कंपनियां अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता में हैं। भारत में टिक-टाक समेत तीन सौ से अधिक चीनी ऐप को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके अलावा निवेश के लिए भी कई तरह के कड़े नियम बनाए गए हैं। 

रायटर की खबर में कहा गया है कि ग्‍लोबल टाइम्‍स सरकार का मुखपत्र जरूर है, लेकिन ये जरूरी नहीं है कि ये अधिकारियों और नीतिनिर्धारकों की सोच को भी रिफ्लेक्‍ट करता हो। वहीं, दूसरी तरफ ईडी ने ग्‍लोबल टाइम्‍स में छपे इस ओपिनियन पर फिलहाल कोई बयान नहीं दिया है। गौरतलब है कि शाओमी भारत में मोबाइल की सबसे बड़ी कंपनी है और इसका यहां के मार्केट में 24 फीसद तक शेयर है। कंपनी के करीब 1500 कर्मचारी भी यहां पर काम करते हैं। ग्‍लोबल टाइम्‍स के इस ओपिनियन पर कंपनी की तरफ से भी कोई बयान नहीं आया है। ईडी ने अपनी कार्रवाई में चीन की कंपनी के भारतीय बैंक में जमा 72 करोड़ डालर भी जब्‍त कर लिए हैं। 


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