शंघाई सहयोग संगठन इस वर्ष करेगा संयुक्त आतंकवाद निरोधी अभ्यास
आरएटीएस एससीओ का एक स्थायी अंग है जो आतंकवाद अलगाववाद और उग्रवाद की तीन बुराइयों के खिलाफ सदस्य देशों में सहयोग को बढ़ावा देने का काम करता है।
बीजिंग, प्रेट्र। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) द्वारा इस साल आयोजित किए जाने वाले संयुक्त आतंकवाद निरोधी अभ्यास में भारत, पाकिस्तान और संगठन के अन्य सदस्य देश हिस्सा लेंगे। शिन्हुआ संवाद समिति की एक रिपोर्ट के मुताबिक उजबेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में एससीओ के क्षेत्रीय आतंकवाद-निरोधी ढांचे (आरएटीएस) की 34वीं बैठक के दौरान संयुक्त अभ्यास 'सेरी-अर्का एंटीटेरर 2019' की घोषणा की गई थी। एससीओ में चीन के साथ कजाखिस्तान, किरगिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उजबेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान सदस्य हैं।
चीन की प्रभावी भूमिका वाले इस संगठन में भारत और पाकिस्तान 2017 में शामिल हुए थे। बैठक में भारत, कजाखिस्तान, चीन, किरगिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उजबेकिस्तान के सक्षम प्रतिनिधिमंडल के साथ ही आरएटीएस की कार्यकारी समिति के सदस्य शामिल हुए।
रूस की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में संयुक्त सीमा ऑपरेशन के पहले चरण 'सॉलिडैरिटी 2019-2021', सीमा सेवाओं के प्रमुखों की सातवीं बैठक और आतंकवादी, अलगाववादी और चरमपंथी उद्देश्यों के लिए इंटरनेट के उपयोग को रोकने के लिए कार्यशालाओं के आयोजन की घोषणा की गई थी।
आरएटीएस एससीओ का एक स्थायी अंग है जो आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद की तीन बुराइयों के खिलाफ सदस्य देशों में सहयोग को बढ़ावा देने का काम करता है। इसका मुख्यालय ताशकंद में है। आरएटीएस एसीओ परिषद की अगली बैठक रूस में इस वर्ष सितंबर में आयोजित होगी।