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SCO Summit : एससीओ देशों ने एकसुर में आतंकवाद मुक्‍त अफगानिस्‍तान को लेकर बुलंद की आवाज, जानें क्‍या कहा

शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation SCO) के नेताओं ने शुक्रवार को आतंकवाद मुक्‍त अफगानिस्‍तान को लेकर आवाज बुलंद की। नेताओं ने कहा कि अफगानिस्तान को आतंकवाद युद्ध और मादक पदार्थों से मुक्त स्वतंत्र शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक देश बनना चाहिए।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 10:05 PM (IST)Updated: Sat, 18 Sep 2021 12:20 AM (IST)
SCO Summit : एससीओ देशों ने एकसुर में आतंकवाद मुक्‍त अफगानिस्‍तान को लेकर बुलंद की आवाज, जानें क्‍या कहा
SCO के नेताओं ने शुक्रवार को आतंकवाद मुक्‍त अफगानिस्‍तान को लेकर आवाज बुलंद की।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation, SCO) के नेताओं ने शुक्रवार को आतंकवाद मुक्‍त अफगानिस्‍तान को लेकर आवाज बुलंद की। नेताओं ने कहा कि अफगानिस्तान को आतंकवाद, युद्ध और मादक पदार्थों से मुक्त स्वतंत्र, शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक देश बनना चाहिए। बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में सभी ने एक सुर में अफगानिस्‍तान में समावेशी सरकार की मांग की जिसमें सभी धार्मिक और जातीय समूहों के लोग होने चाहिए। 

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आतंकवाद की एकसुर में निंदा 

सम्मेलन के समापन के बाद जारी किए गए संयुक्त बयान में एससीओ के सदस्य देशों के नेताओं ने एकजुटता के साथ सभी तरह के आतंकवाद की कड़ी निंदा की। नेताओं ने कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति का जल्द समाधान होना चाहिए। यह एससीओ क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता के सर्वाधिक महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। अफगानिस्तान को एक तटस्थ, लोकातांत्रिक, स्वतंत्र और शांतिपूर्ण देश के रूप में सामने आना चाहिए जो आतंकवाद, युद्ध और मादक पदार्थों से मुक्त हो।

समावेशी सरकार के लिए तालिबान को दिखाया आईना 

सभी सदस्‍य देशों की ओर से जारी घोषणा पत्र में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद से संबंधित काली सूची में कम से कम 14 नेताओं के तालिबान सरकार में शामिल किए जाने को लेकर भी कड़ा इशारा किया गया है। जारी बयान में कहा गया है कि सभी सदस्य देशों का मानना है कि अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार का होना चाहिए जिसमें सभी राजनीति, जातीय एवं धार्मिक समूहों की भागीदारी हो।

पीएम मोदी बोले- सुरक्षा चुनौतियों की जड़ कट्टरपंथ 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम इस बात की तस्‍दीक करते हैं कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा से जुड़ी सबसे बड़ी चुनौतियों की जड़ में कट्टरपंथी विचारधारा है। पीएम मोदी ने सूफीवाद और मध्य एशिया की सांस्कृतिक विरासत की ओर भी इशारा किया। उन्‍होंने कहा कि एससीओ को कट्टरपंथ एवं चरमपंथ से लड़ने के लिए एक साझा ढांचा विकसित करना चाहिए।

पुतिन और चिनफिंग ने कही यह बात  

वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि तालिबान की सरकार समावेशी और प्रतिनिधित्व आधारित नहीं है। वीडियो लिंक के जरिए बैठक को संबोधित करते हुए पुतिन ने तालिबान के साथ काम करने की बात भी कही। वहीं चीन के राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि एससीओ देशों को अफगानिस्तान में एक समावेशी राजनीतिक ढांचे को स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्‍होंने सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से लड़ने की बात भी कही।


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