घरों व ऑफिसों को वायु प्रदूषण से बचाएगी बेहद किफायती ये स्मार्ट खिड़की
दरअसल, वैज्ञानिक एक ऐसी स्मार्ट और लचीली खिड़की विकसित करने में सफल हुए हैं, जो घरों व ऑफिसों को वायु प्रदूषण से बचा सकती हैं।
बीजिंग, प्रेट्र। वर्तमान में वायु प्रदूषण की समस्या इस कदर बढ़ गई है कि लोग सड़कों पर ही नहीं, अपने घरों व दफ्तरों में भी साफ हवा में सांस नहीं ले पा रहे हैं। बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण कई तरह की बीमारियां भी हमें घेर रही हैं। इससे बचाव के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, जैसे कि एयर फिल्टर, पौधों आदि का घर व दफ्तरों में प्रयोग, लेकिन ये अपर्याप्त ही साबित हो रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने एक बड़ी खोज की है। दरअसल, वैज्ञानिक एक ऐसी स्मार्ट और लचीली खिड़की विकसित करने में सफल हुए हैं, जो घरों व ऑफिसों को वायु प्रदूषण से बचा सकती हैं।
वैज्ञानिकों द्वारा विकसित यह खास खिड़की हानिकारक सूक्ष्म कणों (पार्टिकुलैट मैटर या पीएम) को बाहरी वातावरण से आंतरिक वातावरण में प्रवेश करने से रोक सकती है। इससे अंदर की हवा को साफ रखने में मदद मिल सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पीएम कणों को कम करने वाली यह स्मार्ट खिड़की वाणिज्यिक भवनों और घरों दोनों में उपयोगी साबित हो सकती है। यह खिड़की वायु प्रदूषण के लिए दीवार का काम कर सकती है, जिससे आंतरिक वातावरण में रहने वाले व्यक्तियों के स्वास्थ्य को उतना नुकसान नहीं पहुंचता जितना बाहरी वातावरण में घूम रहे व्यक्ति के स्वास्थ्य पर पड़ता है।
इस तरह की तैयार
शोधकर्ताओं ने इस स्मार्ट खिड़की को पारदर्शी चांदी और नायलॉन इलेक्ट्रॉड्स की मदद से तैयार किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह स्मार्ट खिड़की प्रकाश की तीव्रता को ट्यून करने यानी समायोजित करने में सक्षम है। यह एक तरह से कपड़े की झिल्ली है, जो प्रकाश को तो आर-पार जाने देती है लेकिन प्रदूषण के कणों को खुद में सोखने की क्षमता रखती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी तक पीएम 2.5 कणों को रोकने में सक्षम स्मार्ट खिड़की को बड़े आकार की बनाना एक चुनौती थी, लेकिन नए तरीके की मदद से यह समस्या आसान हो सकेगी।
लंबी चलने वाली
इसे तैयार करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि यह स्मार्ट खिड़की लंबे समय तक साथ देने वाली है। वैज्ञानिकों ने इसे 10 हजार बार प्रयोग किया और करीब एक हजार बार इस पर खिचाव डाला, लेकिन इसकी प्रदूषण के कणों को सोखने की क्षमता में कोई कमी नहीं आई।
बेहद किफायती भी
यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ऑफ चाइना (यूएसटीसी) के वाईयू शोहॉन्ग के नेतृत्व में वैज्ञानिकों के दल ने यह खास खिड़की तैयार करने में सफलता हासिल की है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इसे बनाने में अधिक खर्च भी नहीं होता और समय भी कम लगता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, 7.5 वर्ग मीटर की स्मार्ट खिड़की तैयार करने में केवल 15.03 अमेरिकी डॉलर (करीब एक हजार रुपये) और 20 मिनट लगते है।