चीन में कोरोना वायरस से निपटने के लिए राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सेना को उतारा
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के मुश्किल काम में सेना को उतार दिया है।
बीजिंग, एजेंसियां। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के मुश्किल काम में सेना को उतार दिया है। अमेरिका और जापान ने कोरोना वायरस के प्रसार का केंद्र माने जा रहे मध्य चीन के वुहान शहर से अपने नागरिकों को निकाला है। वुहान से ही चीन के सभी प्रांतों समेत दुनिया के कई देशों में यह रहस्यमय वायरस पहुंचा है। तिब्बत में भी इस वायरस ने दस्तक दे दी है। चीन में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 133 हो गई है।
छह हजार से अधिक लोग संक्रमित, 133 की मौत
संक्रमित लोगों का आंकड़ा भी छह हजार को पार कर गया है, जिसमें छह विदेशी भी शामिल हैं। इनमें चार पाकिस्तानी छात्र और दो ऑस्ट्रेलियाई नागरिक शामिल हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने व्यक्ति से व्यक्ति में संक्रमण फैलने पर गंभीर चिंता जताई है और गुरुवार को जेनेवा स्थित अपने मुख्यालय में आपात बैठक बुलाई है। इसमें वैश्विक आपात स्थिति घोषित करने पर फैसला किया जाएगा।
सेना ने हजारों मेडिकल कर्मियों को बचाव में उतारा
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रमुख राष्ट्रपति शी ने सेना से अपने उद्देश्य को दृढ़ता से मन में रखने और कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने में योगदान देने की मुश्किल जिम्मेदारी उठाने को कहा है। शी कोरोना वायरस को दानव करार दे चुके हैं। वहीं, पीएलए ने वुहान में अपने हजारों मेडिकल कर्मियों को इस वायरस से संक्रमित लोगों को बचाने के कार्य में लगाया है, ताकि चिकित्सकों की मदद की जा सके। यह शहर इस वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हुआ है।
चीन से उड़ानें बंद करने पर विचार कर रहा अमेरिका
वहीं, जापानी एयरलाइंस का एक चार्टर्ड विमान 206 यात्रियों को लेकर बुधवार को वुहान से टोक्यो पहुंचा। जबकि, वाशिंगटन में अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 240 लोगों को लेकर एक अमेरिकी चार्टर्ड विमान वुहान से रवाना हुआ है। इन लोगों में करीब 50 अमेरिकी राजनयिक हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने शी से बात की है और इस वायरस को रोकने के लिए उनकी सरकार चीन के साथ मिलकर काम कर रही है। ह्वाइट हाउस चीन से उड़ानें बंद करने भी विचार कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने कहा है कि वुहान से निकलने में नागरिकों की मदद की जाएगी।
दुनिया में सामने आए 70 मामले
अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, यूएई और सिंगापुर समेत दुनिया के 17 देशों में कोरोना वायरस के करीब 70 मामले सामने आए हैं। रोकथाम के प्रयास में कई देशों में चीन से आने वाले विमानों के यात्रियों की गहन जांच की जा रही है।
केवल सीफूड मार्केट स्रोत नहीं
कोरोना वायरस फैलने के लिए वुहान के सीफूड मार्केट को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि सिर्फ सीफूड मार्केट ही इसका स्रोत नहीं है, बल्कि ऐसे कई स्थान हो सकते हैं, जहां से इंसानों में वायरस पहुंचा। वायरस को 2019-एनसीओवी नाम दिया गया है।
लैब में कोरोना वायरस विकसित
ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर के शोधकर्ताओं ने संक्रमित व्यक्ति से लैब में कोरोना वायरस विकसित करने में सफलता पाई है। वे इसका नमूना डब्ल्यूएचओ और दूसरे देशों के साथ साझा करेंगे। इससे इस वायरस के प्रकोप से निपटने में मदद मिल सकती है।
मास्क की कीमत बढ़ाने पर तीन करोड़ का जुर्माना
बीजिंग के बाजार नियामक ने छह गुना कीमत बढ़ाकर मास्क बेचने पर राजधानी के एक ड्रग स्टोर पर 30 लाख युआन (करीब तीन करोड़ रुपये) का जुर्माना ठोका है।
चार पाकिस्तानी छात्र संक्रमित
वुहान में चार पाकिस्तानी छात्र भी संक्रमित पाए गए हैं। यह जानकारी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक जफर मिर्जा ने दी। जबकि विदेश विभाग ने बताया कि चीन में अभी करीब 28 हजार पाकिस्तानी छात्र हैं।
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