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अब जर्मनी से पहले चार्टर्ड विमान से चीन पहुंचा यात्री मिला कोरोना पॉजिटिव, 200 यात्रियों में दहशत

जर्मनी से चीन पहुंचे एक यात्री में कोरोना पॉजिटिव पाया गया उसके बाद विमान में सवार 200 यात्रियों में भी दहशत है। उनकी भी जांच की जा रही है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 12:37 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 12:37 PM (IST)
अब जर्मनी से पहले चार्टर्ड विमान से चीन पहुंचा यात्री मिला कोरोना पॉजिटिव, 200 यात्रियों में दहशत
अब जर्मनी से पहले चार्टर्ड विमान से चीन पहुंचा यात्री मिला कोरोना पॉजिटिव, 200 यात्रियों में दहशत

बीजिंग। जर्मनी से चीन पहुंचे पहली चार्टर्ड फ्लाइट (LH342) में ही एक यात्री को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। हालांकि इस यात्री में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं दिख रहा था मगर जांच के दौरान उसे पॉजिटिव पाया गया। इस फ्लाइट में कुल 200 यात्री सवार थे। एक यात्री को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बाकी सभी यात्री दहशत में आ गए। ये चार्टर्ड विमान रविवार को नॉर्थ चाइना के तिआनजिन हवाई अड्डे पर उतरा था।

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ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस पर नियंत्रण पाने के बाद अब चीन अपनी अर्थव्यवस्था को पूरी गति से शुरू करने के लिए काम कर रहा है, इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भी शुरू कर दिया गया है। अब चीन जाने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हालांकि तमाम तरह की जांचों के बाद ही लोगों को फ्लाइट और अन्य जगहों पर जाने दिया जा रहा है, तमाम तरह के एप भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं। चीन में अब केस मिलने कम हो गए हैं मगर फिर भी कभी कभार कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ ही जाते हैं।

तियानजिन स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा रविवार को जारी की गई जानकारी के अनुसार एसिम्प्टोमैटिक संक्रमित यात्री जर्मनी के ब्लास्टीन का एक 34 वर्षीय पुरुष इंजीनियर है। उन्होंने फ्रैंकफर्ट से एलएच 342 की उड़ान भरी और रविवार को दोपहर में तिआनजिन पहुंचे। कोरोनावायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद, उन्हें चिकित्सा जांच के लिए एक स्थानीय अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।

दरअसल LH342 विमान ने जर्मन प्रबंधकों, श्रमिकों और परिवार के सदस्यों को चीन वापस लाने के लिए पहली चार्टर्ड उड़ान भरी थी। उड़ान को संयुक्त रूप से जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स, चीन में जर्मन राजनयिक मिशनों और लुफ्थांसा द्वारा व्यवस्थित किया गया था। फ्लाइट में सफर करने वाले एक यात्री ने ट्वीट कर बताया कि उन्हें दो सप्ताह के लिए अलग रहने की आवश्यकता है।

उस व्यक्ति का दावा है किया कि वह फ्रैंकफर्ट से टियांजिन की उड़ान में था। उसने बताया कि हमारा सामान अस्त-व्यस्त कर दिया गया और हमें हमारे कमरों में लाया गया, जिसे हम दो सप्ताह तक नहीं छोड़ सकते। टेबल पर एक नोटिस ने हमें अतिरिक्त स्वास्थ्य जांच की उम्मीद की। उसने कहा कि प्रस्थान से पहले, यात्रियों को कोरोनोवायरस के लिए एक बार एक न्यूक्लिक एसिड टेस्ट लेना पड़ता था और आगमन पर, वायरस के लिए और एंटीबॉडी के लिए दूसरा परीक्षण किया गया था।

चीन में जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यकारी निदेशक जेन्स हिल्डेब्रांड्ट ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उड़ान भरने वाले यात्रियों को बोर्डिंग से पहले जर्मनी में न्यूक्लियर एसिड टेस्ट लेना होता था। उड़ान पर कुछ सुरक्षा उपाय भी थे और लैंड करने पर 48 घंटे के लिए उनको क्वारंटाइन में रखा जा रहा है।  


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