हंगरी ने चीन को दिखाया आईना, चीनी अत्याचारों को याद रखने के लिए हंगरी में होंगे सड़कों के नाम
यूरोपीय देश हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के मेयर गेर्गली कराकसोनी ने चीन के अत्याचारों की ओर ध्यान दिलाने के लिए गजब तरीका निकाला है। उन्होंने अब अपने शहर की सड़कों के नाम कुछ इस तरह से रखने की घोषणा की है।
बुडापेस्ट, रायटर। यूरोपीय देश हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के मेयर गेर्गली कराकसोनी ने चीन के अत्याचारों की ओर ध्यान दिलाने के लिए गजब तरीका निकाला है। उन्होंने अब अपने शहर की सड़कों के नाम कुछ इस तरह से रखने की घोषणा की है। एक स्ट्रीट को आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के नाम से जाना जाएगा। दूसरी का उइगर शहीद रोड नाम होगा। यह लोगों को उइगर मुस्लिमों के नरसंहार की याद दिलाती रहेगी।
तीसरी सड़क हांगकांग में चीन की दादागीरी की याद दिलाएगी, जहां विशेष कानून लाकर लोगों की स्वतंत्रता समाप्त की जा रही है। उस सड़क का नाम फ्री हांगकांग रोड रखा जाएगा। चौथी सड़क चीन में जेल भेजे गए कैथोलिक बिशप के नाम पर होगी। जिससे ईसाइयों पर किए जा रहे अत्याचारों को जनता याद रखे।
हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में ये नाम उन सड़कों के रखे जाएंगे, जो चीन द्वारा खोली जा रही फुदान यूनिवर्सिटी के आसपास हैं। इसमें पांच सौ फैकल्टी के साथ छह हजार छात्रों के अध्ययन की व्यवस्था होगी। बुडापेस्ट मेयर के इस फैसले के बाद चीन बौखला गया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि हंगरी के विपक्षी दल के नेता चीन से संबंधित मुद्दों को गलत तरीके से पेश करने का प्रयास कर रहे हैं।
इस बीच ताइवान ने चीन की टीका कूटनीति पर करारा हमला बोलते हुए कहा है कि चीन आंशिक रूप से दबाव बढ़ाने के लिए टीके और महामारी संबंधी अन्य मदद करने के बदले में देशों से राजनीतिक लाभ ले रहा है। ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू का कहना है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता अपने राजनीतिक एजेंडे को थोपने के लिए महामारी में फायदा उठाने की कोशिश रहे हैं।