चाइनीज फैक्ट्री में बेकाबू हुआ रोबोट, कर्मचारी के शरीर में घुसा दी स्टील की 10 रॉड
रोबोट ने कर्मचारी के हाथ और सीने में स्टील की एक फुट लंबी 10 नुकीली रॉड घुसा दी थी। एक रॉड घायल कर्मचारी की मुख्य नस से लगभग सटी हुई थी। घायल की हालत देख डॉक्टर भी दंग रह गए थे।
बीजिंग, एजेंसी। आधुनिक युग में एक तरफ रोबोट को इंसानी दर्जा और नागरिकता देने की मांग हो रही। सोफिया जैसे स्मार्ट रोबोट अपनी कुशलता से सभी को प्रभावित कर रहे हैं। दुनिया के कई देशों में सड़क पर दौड़ाने के लिए ड्राइवर लेस कार जैसे अविष्कार किए जा रहे हैं। वहीं रोबोट को लेकर आए दिन ऐसी खबरें आती रहती हैं, जो इनके खतरों के प्रति हमें आगाह भी करती हैं। ताजा मामला चीन का है। यहां की एक फैक्ट्री में बेकाबू रोबोट ने एक कर्मचारी पर जानलेवा हमला करते हुए, उसके शरीर में स्टील की 10 नुकीली रॉड घुसा दी, जिससे उसकी जान पर बन आई।
रोबोट के हमले का दिल दहला देने वाला ये हादसा चीन की एक फैक्ट्री में हुआ। रोबोट ने कर्मचारी के हाथ और सीने में स्टील की एक फुट लंबी 10 नुकीली रॉड घुसा दी थी। इन रॉड की मोटाइ डेढ़ सेंटीमीटर थी। इसके बाद गंभीर हालत में बदहवास घायल कर्मचारी को एक अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों के दल को कई घंटे की सर्जरी के बाद कर्मचारी के शरीर से नुकीली रॉड को बाहर निकालने में सफलता मिली। इनमें से एक रॉड घायल कर्मचारी की मुख्य नस से लगभग सटी हुई थी।
ऐसे हुआ था हादसा
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार सर्जरी के बाद घायल कर्मचारी की हालत स्थिर है। घायल कर्मचारी दक्षिणी चीन के झूजौ प्रांत में चीनी मिट्टी का बर्तन बनाने वाली एक फैक्ट्री में काम करता है। हादसा मंगलवार रात उस वक्त हुआ, जब घायल कर्मचारी नाइट शिफ्ट में काम कर रहा था। इसी दौरान फैक्ट्री में लगा एक रोबोट बेकाबू हो गया। बेकाबू होने के बाद उसका हाथ नाइट शिफ्ट में मौजूद कर्मचारी के ऊपर गिर गया। रोबोट के हाथ में लगे स्टील के रॉड कर्मचारी के हाथ व सीने में आरपार हो गए। लोहे की दस रॉड में से आठ घायल कर्मचारी के दाहिने हाथ में, एक रॉड दाहिने कंधे में और एक रॉड सीने में घुस गई थी।
न एक्सरे हो सकता था न लेट सकता था
अस्पताल में घायल कर्मचारी का इलाज करने वाले एक डॉक्टर के अनुसार चूंकि स्टील की रॉड काफी लंबी और धातु की थीं, इसलिए ऑपरेशन से पहले मरीज का एक्सरे करना संभव नहीं था। उसकी हालत काफी गंभीर थी। सबसे ज्यादा खतरा सीने में घुसी रॉड से था, जो शरीर की मुख्य रक्त संचार धमनी को नुकसान पहुंचा सकती थी। इतना ही नहीं स्टील की रॉड घुसी होने के कारण मरीज सर्जरी टेबल पर सही से लिटाया नहीं जा सकता था। लिहाजा उसे सर्जरी दल में शामिल 10 डॉक्टरों और नर्सों ने ऑपरेशन के दौरान सर्जरी टेबल पर सहारा दिया। घटना के एक दिन बाद कई विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की मौजूदगी में घायल कर्मचारी का ऑपरेशन कर रॉड निकाली गईं।
पहले भी हुए हैं कई हादसे
इससे पहले भी रोबोट द्वारा हमला करने या उसमें अचानक आई खराबी से मुसीबत में फंसने वाले कई लोगों की कहानी सामने आ चुकी है। कई हादसों में रोबोट ने कर्मचारियों या अपने संचालक की जान तक ले ली है। माना जाता है कि रोबोट हमले की सबसे पहली घटना भारत में हुई थी। जी हां, गुड़गांव की एक वाहन निर्माता कंपनी में लगे रोबोट ने कई साल पहले एक कर्मचारी की जान ले ली थी। इसे रोबोटिक दुनिया का पहला जानलेवा हमला माना जाता है। यही वजह है कि रोबोट के प्रयोग या उसे आम इंसानों की तरह मान्यता दिए जाने को लेकर अक्सर वैश्विक स्तर पर बहस छिड़ी रहती है।
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