हवादार घर नहीं होने से भी कोरोना वायरस संक्रमण फैलने का खतरा
शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए इमारतों को हवादार बनाए जाने की जरूरत पर जोर दिया है।
लंदन, प्रेट्र। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि घर और दफ्तर के पर्याप्त हवादार नहीं होने से भी कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। कोरोना जैसे कई वायरस आकार में 100 माइक्रोन से भी छोटे होते हैं। खांसने और छींकने पर तरल कणों के साथ वायरस भी निकलते हैं।
बंद जगहों पर संक्रमण का खतरा ज्यादा
ब्रिटेन की सरे यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, ये तरल कण वाष्पित हो जाते हैं, लेकिन उन जगहों पर ठहर जाते हैं, जहां हवा की आवाजाही नहीं होती। समय के साथ वायरस की सघनता बढ़ती जाती है। इससे बंद जगहों पर संक्रमण का खतरा बढ़ने लगता है। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए इमारतों को हवादार बनाए जाने की जरूरत पर जोर दिया है।
कोरोना वायरस से बचना है तो घर में भी पहनें मास्क
बीजिंग। कोरोना वायरस (कोविड-19) से इस समय पूरी दुनिया जूझ रही है। इस खतरनाक वायरस से बचाव के लिए तमाम उपाए बताए जा रहे हैं। अब एक अध्ययन में पाया गया है कि घर में भी फेस मास्क पहनने से पारिवारिक सदस्यों के बीच कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है।
परिवार के सदस्यों के बीच संक्रमण रोकने से मिलती है मदद
बीएमजे ग्लोबल हेल्थ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति संक्रमित होता है तो लक्षण दिखने से पहले घर में मास्क पहनने से वायरस के प्रसार को 79 फीसद तक रोका जा सकता है। चीन के बीजिंग रिसर्च सेंटर के शोधकर्ताओं ने बताया कि हालांकि लक्षण उभरने के बाद इस उपाय को बचाव में कारगर नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि चीन में कोरोना संक्रमण के अध्ययन से जाहिर होता है कि ज्यादातर लोग परिवारों में संक्रमित हुए थे। यहीं से एक व्यक्ति से दूसरे में कोरोना का प्रसार हुआ था।