साल के आखिर तक तैयार हो सकती है चीनी वैक्सीन, चल रहा है दूसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल
चीन के एक आयोग ने बताया कि चीन निर्मित कोरोना वैक्सीन साल के आखिर तक बाजार के लिए तैयार हो सकती है।
हांगकांग, रायटर। कोरोना महामारी की काट खोजने में इस समय दुनियाभर के वैज्ञानिक जुटे हुए हैं। कई देशों में वैक्सीन पर शोध चल रहे हैं। चीन भी वैक्सीन (टीका) बनाने में जुटा है। चीन के एक आयोग ने बताया कि चीन निर्मित कोरोना वैक्सीन साल के आखिर तक बाजार के लिए तैयार हो सकती है।
साल के आखिर या 2021 की शुरुआत तक तैयार हो सकती है वैक्सीन
चीन के स्टेट-ओंड ऐसेट्स सुपरविजन एंड एडमिनिस्ट्रेशन कमीशन (एसएएसएसी) ने शुक्रवार को सोशल मीडिया वीचैट पर एक पोस्ट में बताया कि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स और बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स की ओर से वैक्सीन विकसित की गई है। परीक्षणों में इस वैक्सीन की खुराक दो हजार से ज्यादा लोगों को दी जा चुकी है।
बाजार में आने के लिए यह वैक्सीन साल के आखिर या 2021 की शुरुआत तक तैयार हो सकती है। इस वैक्सीन को लेकर दूसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। पोस्ट के अनुसार, बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स की उत्पादन क्षमता सालाना दस करोड़ से लेकर 12 करोड़ खुराक की होगी।
भारत में अक्टूबर से बन रही करीब छह वैक्सीन प्री क्लीनिकल ट्रायल के स्टेज में पहुंच जाएगी। इनमें दो वैक्सीन ऐसी है, जिनका निर्माण सीएसआईआर और आईसीएमआर की लैब में किया जा रहा है। इसके साथ ही ड्रग्स को लेकर भी तेजी से चल रहे ट्रायल का भी अगले कुछ ही महीनों में परिमाण सामने आ सकता है। फिलहाल इस ट्रायल में एचसीक्यू भी शामिल है।
हासिल होगी सिर्फ कामचलाऊ वैक्सीन
वैश्विक इंफ्लुएंजा केंद्र फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट के जॉन मैककुले बताते हैं कि हर वैक्सीन की चुनौतियों को समझने में समय लगता है। आपको बिंदुवार तरीके से इन्हें समझना होता है, यह हर वैक्सीन के साथ होता है। हम इस वायरस को पूरी तरह नहीं समझ पाए हैं और हमें तो इसके संघटकों की ही पूरी समझ नहीं है। हां, हम कुछ तो हासिल कर लेंगे, जो कामचलाऊ होगा।