इजरायल में चीनी राजदूत डु वेई की मौत की जांच करेगा चीन, जांच दल तेल अवीव रवाना
इजरायल में चीनी राजदूत डु वेई की आक्समिक मौत के बाद चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने इसकी स्वतंत्र जांच का ऐलान किया है।
तेल अवीव, एजेंसी। इजरायल में चीनी राजदूत डु वेई की आक्समिक मौत के बाद चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने इसकी स्वतंत्र जांच का ऐलान किया है। चीन की सरकार ने कहा है कि सोमवार को एक चीनी जांच दल इजरायल के तेल अवीव पहुंचेगा। सूत्रों ने हारेत्ज अखबार को बताया कि यह जांच दल पूरी तरह से स्वतंत्र होगा। इसके साथ जांच टीम डु वेई को चीन में दफनाने के लिए वापस लाने का इंतजाम भी करेगा। बता दें कि रविवार को इजरायली शहर तेल अवीव में चीनी राजदूत अपने आवास में मृतक अवस्था में पाए गए थे। इजरायल विदेश मंत्रालय ने रविवार की इसकी पुष्टि की थी। चीनी राजदूत की मौत एक रहस्य बन गई है।
अपने आवास मे विस्तर के नीचे गिरे पाए गए राजदूत
यनेट समाचार साइट के अनुसार विदेश मंत्रालय ने कहा कि राजदूत को खोजने के क्रम में वह अपने आवास मे विस्तर के नीचे गिरे पाए गए। जांच के बाद पाया गया कि उनकी श्वास बंद थी। प्रारंभिक आकलन यह था कि उन्हें रात में कार्डियक अरेस्ट हुआ था। चैनल 12 समाचार ने बताया कि डु वेई के शरीर पर चोट के निशान नहीं थे। मंत्रालय ने कहा कि उसके परिवार के सदस्य उसके साथ इजरायल में नहीं थे। वह 15 फरवरी को इजरायल पहुंचे थे। राजदूत का पद संभालने के बाद उन्होंने लिए तुरंत कोरोना वायरस नियमों के कारण 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में चले गए थे। कोरोना महामारी के कारण वह इजरायली राष्ट्रपति रियूवेन रिवलिन के समक्ष भी नहीं पहुंच सके थे।
इसके पूर्व वह यूक्रेन में चीन के राजदूत
गौरतलब है कि चीन में कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच फरवरी में 58 वर्षीय के डु वेई को इजरायल का राजदूत नियुक्ति किया गया था। इसके पूर्व वह यूक्रेन में चीन के राजदूत के कार्य कर चुके हैं। वह इजरायल में अकेले ही रहते थे। उनकी पत्नी और एक बेटा दोनों चीन में ही रहते हैं। बता दें इजरायल और चीन के बीच कोई कटुता नहीं है बल्कि दोनों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध है। खास बात यह है कि इजरायल में उनकी नियुक्ति उस दौरान हुई थी जब चीन में कोरोना वायरस का प्रसार चरम पर था।
चीनी राजदूत डु वेई सुर्खियों में रहे
अभी हाल में चीनी राजदूत डु वेई सुर्खियों में तब आए थे, जब अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ की टिप्पणियों की उन्होंने निंदा की थी। इसके दो दिन बाद ही राजदूत की मृत्यु हो गई। अमेरिकी विदेश मंत्री ने इजरायल में चीनी निवेश की निंदा की और चीन पर कोरोना वायरस के प्रसार में जानकारी छिपाने का आरोप लगाया।