सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में छात्रों की सक्रियता से घबराए चीन ने दी चेतावनी
पेकिंग यूनिवर्सिटी के छात्रों को श्रम अधिकार को लेकर हो रहे प्रदर्शन और इसमें शामिल प्रदर्शनकारियों से दूर रहने की हिदायत।
बीजिंग, रायटर। सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों में युवाओं की बढ़ती सहभागिता से चीन परेशान है। हाल में मजदूरों के समर्थन हुए प्रदर्शन में छात्रों के सम्मिलित होने के बाद प्रशासन ने विश्वविद्यालयों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। चीन की प्रतिष्ठित पेकिंग यूनिवर्सिटी में छात्रों को घोषित तौर पर ऐसे प्रदर्शनों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। पेकिंग यूनिवर्सिटी को छात्र आंदोलनों का गढ़ माना जाता है।
बुधवार को यूनिवर्सिटी ने छात्रों को चेतावनी देते हुए कहा कि श्रम अधिकारों को लेकर हो रहे प्रदर्शनों से दूर रहें। कानून का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी। यूनिवर्सिटी ने कहा, 'हमारा भरोसा है कि ज्यादातर छात्र संवेदनशील हैं। लेकिन अगर अफवाह फैलाने वाले या प्रतिक्रियावादी लोग आपके आसपास हैं, तो उनसे दूरी बनाकर रखें।ऐसे लोग आपके अध्यापक, मित्र या सहपाठी कोई भी हो सकते हैं।'
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही यूनिवर्सिटी की कम्युनिस्ट पार्टी कमेटी ने कैंपस में अनुशासन पर नजर रखने और नियंत्रण व प्रबंधन के लिए नई इकाइयों का गठन किया है। यूनिवर्सिटी ने पूर्व छात्रों को भी किसी तरह के आंदोलन व प्रदर्शन से दूर रहने को कहा है। उल्लेखनीय है कि 1919 में हुए आंदोलन और 1989 में थियानमेन चौक पर लोकतंत्र के समर्थन में हुए आंदोलन में पेकिंग यूनिवर्सिटी के छात्रों की अहम भूमिका रही थी।
लापता हुए प्रदर्शनकारी छात्र
चीन में फैक्ट्री मजदूरों के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले छात्रों के गायब होने का सिलसिला जारी है। आंकड़ों के मुताबिक, अब तक दर्जनभर प्रदर्शनकारी लापता हो चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर छात्र हैं। जानकारी के मुताबिक, गायब हुए प्रदर्शनकारियों में से पांच ने हाल ही में पेकिंग यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि झांग नाम के एक छात्र को कुछ लोग अचानक दबोचकर एक कार में ले गए। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बताया कि यह कानून के अनुरूप पुलिसिया कार्रवाई थी।