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US China Tension: ताइवान को अमेरिकी हथियार बेचे जाने पर भड़का चीन; टकराव की चेतावनी दी, अमेरिका ने दिया यह जवाब

चीन ने ताइवान को अमेरिकी हथियार बेचे जाने पर की नाराजगी जताई है। चीन ने अमेरिका को टकराव की चेतावनी दी है। वहीं अमेरिका ने कहा है कि वह ताइवान पर अमेरिका अपनी पुरानी नीति के लिए प्रतिबद्ध है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 10 Jun 2022 10:11 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jun 2022 02:42 AM (IST)
US China Tension: ताइवान को अमेरिकी हथियार बेचे जाने पर भड़का चीन; टकराव की चेतावनी दी, अमेरिका ने दिया यह जवाब
इवान को अमेरिकी हथियार बेचे जाने पर चीन एकबार फिर भड़क गया है।

सिंगापुर, एपी। ताइवान को अमेरिकी हथियार बेचे जाने पर चीन एकबार फिर भड़क गया है। चीन के रक्षा मंत्री ने अपने अमेरिकी समकक्ष लायड अस्टिन को ताइवान के लिए नए हथियार पैकेज पर शिकायत की और स्वायत्तशासी द्वीप पर संघर्ष होने की चेतावनी दी। 1949 के गृह युद्ध के दौरान अलग हुए ताइवान पर चीन अपना क्षेत्र होने का दावा करता है। वहीं अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा है कि ताइवान पर अमेरिका अपनी लंबे समय की नीति के लिए प्रतिबद्ध है और पूरे जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के महत्व को समझता है।

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चीन की संप्रभुता को किया नजरंदाज

सरकारी मीडिया सीसीटीवी के सैन्य चैनल ने कहा है कि चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेइ फेंघे ने सिंगापुर में अमेरिका के रक्षा मंत्री अस्टिन से हुई मुलाकात में कहा कि बिक्री में चीन की संप्रभुता को गंभीर रूप से नजरअंदाज किया गया है।

सेना उतारने की धमकी दी 

वेइ ने कहा, 'चीन इसका दृढ़ता से विरोध करता है और मजबूती से निंदा करता है। ताइवान के स्वतंत्रता प्रयास को सेना सख्ती से छिन्न-भिन्न करेगी।' औपचारिक कूटनीतिक संबंध नहीं होने के बावजूद वाशिंगटन ताइवान का मजबूत समर्थक और हथियारों का प्रमुख स्रोत है।

अमेरिका भी जिद पर अड़ा 

अमेरिका ने बुधवार को 12 करोड़ डालर की अनुमानित लागत पर ताइवानी नौसेना के पोत के लिए पुर्जे बेचने की घोषणा की। अपनी घोषणा में अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है, 'प्रस्तावित बिक्री से ताइवान को जहाजी बेड़ा कायम रखने में मदद मिलेगी। मौजूदा और भावी खतरों से निपटने की क्षमता बढ़ेगी।'

चीन को नियंत्रित करने के लिए ताइवान का इस्तेमाल नहीं करे

वेई ने चीन को नियंत्रित करने के लिए ताइवान का इस्तेमाल नहीं करने की चेतावनी दी। संबंधों को सुधारने के लिए तैयार की गई शर्तों की सूची में चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप और चीन के हितों को नुकसान नहीं पहुंचाना शामिल है। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने वेई के हवाले से कहा है कि चीन ताइवान स्वतंत्रता की दिशा में किसी भी कदम का जवाब युद्ध से देगा।

दक्षिण चीन सागर में परेशानी पैदा कर रही हैं बाहरी शक्तियां

कर्नल वू ने बाहरी शक्तियों पर दक्षिण चीन सागर में परेशानी पैदा करने का आरोप लगाया। बीजिंग पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है। वू ने कहा कि यूक्रेन के मुद्दे पर चीन के हितों को नुकसान पहुंचाने के किसी भी प्रयास का बीजिंग दृढ़ता से मुकाबला करेगा।


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