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दुनिया के बदलते शक्ति संतुलन से चिंतित हुआ US, कहा- रूस से ज्‍यादा खतरनाक चीन

चीन ने कहा है कि अमेरिका उसके साथ शीत युद्ध की मानसिकता से व्‍यवहार कर रहा है। चीन ने कहा है कि अमेरिका का वैचारिक पूर्वाग्रह को त्‍यागना चाहिए।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 09:55 AM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 12:59 PM (IST)
दुनिया के बदलते शक्ति संतुलन से चिंतित हुआ US, कहा- रूस से ज्‍यादा खतरनाक चीन
दुनिया के बदलते शक्ति संतुलन से चिंतित हुआ US, कहा- रूस से ज्‍यादा खतरनाक चीन

बीजिंग, एजेंसी। अमेरिकी रक्षा विभाग की वेबसाइट में दुनिया में बदल रहे शक्ति संतुलन पर चिंता जाहिर की गई है। इसमें अमेरिका के लिए चीन को रूस से ज्‍यादा खतरनाक बताया गया है। दरअसल, इस वेबसाइट पर अमेरिकी रक्षा सचिव मार्क ग्रैफ के हवाले से कहा गया है कि इस समय अमेरिका शक्ति प्रतियोगिता के नए दौर से गुजर रहा है। इसमें लिखा गया है कि यह शक्ति प्रतियोगिता का युग है। इस लेख में कहा गया है कि अमेरिका के शीर्ष रणनीतिक प्रतियोगी चीन है, इसके बाद रूस है। इसमें चीन को एक बड़ा प्रतियोगी बताया गया है। लेख में चीन को एक बड़ी समस्‍या के रूप में दिखाया गया है। चीन ने इस लेख के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है। 

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शीत युद्ध की मानसिकता से व्‍यवहार कर रहा है यूएस

बीजिंग और वाशिंगटन के मध्‍य तनाव के बीच चीन ने कहा है कि अमेरिका उसके साथ शीत युद्ध की मानसिकता से व्‍यवहार कर रहा है। चीन ने कहा है कि अमेरिका को चीन के साथ वैचारिक पूर्वाग्रह का त्‍याग करना चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा चीन और अमेरिका के संबंधों को सही ढंग से देखना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के प्रति चीन की नीति स्‍पष्‍ट और सुसंगत है। वांग ने कहा कि चीन गैर संघर्ष, गैर टकराव, आपसी सम्‍मान और सहयोग के साथ चीन-अमरिकी संबंध विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्‍होंने कहा कि चीन मजबूती से अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों की रक्षा करता है। हम संयुक्त राज्य अमेरिका से शीत युद्ध की मानसिकता और वैचारिक पूर्वाग्रह को त्यागने का आग्रह करते हैं।

चीन ने हमेशा अतंरराष्‍ट्रीय नियमों का पालन किया

प्रवक्ता वांग कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ व्यक्तियों ने शीत युद्ध की मानसिकता से चीन-अमेरिका के संबंधों को देखा है। चीन के विकास को दबाने की कोशिश की हे। वैंग ने कहा कि अमेरिका को चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों में समन्वय, सहयोग और स्थिरता लाने के लिए काम करना चाहिए। चीन ने हमेशा अतंरराष्‍ट्रीय नियमों और आदेशों का पालन किया है। अतंरराष्‍ट्रीय निष्‍पक्षता ओर न्‍याय की वकालत की है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के विपरीत था, जो अक्सर अंतरराष्ट्रीय संधियों और संगठनों से बाहर निकलता है।

सीपीसी चीन के विकास और कायाकल्प की मूलभूत गारंटी

प्रवक्‍ता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अच्छी तरह से जानता है कि संकटमोचक कौन है। चीन फिर से कहना चाहता है कि शांतिपूर्ण विकास और मानव का एक नया रास्ता खोजने के लिए अन्य देशों के साथ काम करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। सीपीसी का नेतृत्व चीनी विशेषताओं के साथ समाजवाद की परिभाषित प्रकृति है। वांग ने कहा कि सीपीसी चीन के विकास और कायाकल्प की मूलभूत गारंटी है। वह वैश्विक शांति की रक्षा और सामान्य विकास को बढ़ावा देने में एक सक्रिय बल भी है।


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